है मानव तूं , निराशा को
छोड़ , रोशनी का सफ़र
तय कर, जिंदगी में कुछ
करना है तो, तुम्हें प्रकाश
का दामन थामे हुए, अपने
कर्म को तूं, यों ही किया जा
रोशनी की किरण , जब छायेगी
तुम्हें भी वो रोशन कर जाएगी।।-
11 APR 2019 AT 14:56
है मानव तूं , निराशा को
छोड़ , रोशनी का सफ़र
तय कर, जिंदगी में कुछ
करना है तो, तुम्हें प्रकाश
का दामन थामे हुए, अपने
कर्म को तूं, यों ही किया जा
रोशनी की किरण , जब छायेगी
तुम्हें भी वो रोशन कर जाएगी।।-