12 APR 2019 AT 11:46

इस धरा पर , हमें अस्तित्व में लाने
वालीं हमारी-आपकी मां हीं तो है
गलती को जो हमारे माफ़ कर
गले से हमें लगाती ,भुख लगें हमें
तो बिना हमारे बोलें ही ,समझ
जाती है, दुःखी जो हो अगर हम
कभी तो स्नेह के चादर में हमें
लिपट है लेती , बिमारी अगर
घेरे हमें तो , ईश्वर से भी लड़
जाती, सचमुच ईश्वर का दिया
हमें वह वरदान है, जिंदगी हमारी
मां से है ,वो ही हमारी जिंदगी की
पहचान है।।

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