ये धंसी धंसी आंखें,
ये मुरझाया सा चेहरा।
कहा तो था तुझे..
जो है बचा
तू वो भी गवाएंगा।
मत पड़ इस बेज़ार मोहब्बत में
बर्बाद हो जायेगा!
न रोने की हिम्मत होगी
न मुस्कुराने को जी चाहेगा।
वो पलट कर देखेगी भी न तुझे
और तू उसके खयालों में
दुनिया से बेखबर हो जायेगा।
कहा तो था तुझे..
मत पड़ इस बेज़ार मोहब्बत में
बर्बाद हो जायेगा!
न रहेगा तू किसी काम का
न कोई काम तुझे रास आयेगा
दुनिया हंसने लगेगी कह कह कर निकम्मा तुझे
और तुझ पर कोई असर न आयेगा।
कहा तो था तुझे..
मत पड़ इस बेज़ार मोहब्बत में
बर्बाद हो जायेगा!
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