समय समय पर,
खाली करतें रहें,
अपने दिमाग के डस्टबिन को,
कई बार फालतू लोगों,
की बातों से,
सड़ने की दर,
ज्यादा तेज हो जाती है।
स्वस्थ रहें,
प्रसन्नचित रहें,
आपका जीवन सिर्फ आपकी धरोहर है,
किसी और को इसका मूल्यांकन न करने दें।
- कविता (काव्या)
31 MAY 2019 AT 13:49