26 JAN 2018 AT 8:11

जब अनेकता में एकता हो,
जब भाषा में भावुकता हो,
वही असली गणतंत्र हो।
जब धर्म शास्त्रों का मेल हो,
पैसे का कोई खेल न हो,
वही असली गणतंत्र हो।
जब बचपन आजाद हो,
जब दुश्मन नाबाद हो,
वही असली गणतंत्र हो।।।।।।।

- अल्फाज़-ए-कविता