Kavious words   (Niharika_pandit11)
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Joined 29 July 2020


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30 AUG AT 23:39

दिल के दर्द को ख़ामोशी में छुपाया
टूटे ख्वाबों की चुभन अब भी सताती है,
पर मुस्कान ओढ़कर हर सुबह को अपनाया

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29 AUG AT 19:26

दिल का फ़य्याज़ है, रहमदिल उसका नाम,
हर किसी को देता है मोहब्बत का पैग़ाम।
चेहरा मुस्कुराए तो रोशन हो जाए जहाँ,
ऐसा है वो शख़्स—मेहरबान सा आसमान।

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29 AUG AT 19:24

गाँव में कई दिनों से तेज़ धूप थी।
सब थके-हारे आसमान देखते।
अचानक काले बादल आए और बारिश झमाझम बरसने लगी।
मिट्टी की खुशबू, बच्चों की हँसी और खेतों की हरियाली ने सबका मन खुश कर दिया।

मौसम ने सिखाया—हर गर्मी के बाद ठंडक जरूर आती है।

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28 AUG AT 14:08

Har dard, har khushi ko lafzon mein piroya,
9 saalon ka safar YourQuote ke sang khoobsurat hoya.

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28 AUG AT 14:06

because today it has been 9 years of togetherness, growth, and expression.
Ye safar sirf likhne ka nahi, balki apne jazbaat, khud ko samajhne aur duniya se jodne ka raha hai.
Dil se shukriya, YourQuote, jo meri kahaniyon aur jazbaaton ko awaaz di.”

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18 AUG AT 21:45

हर कदम पे ठोकरें मिलती हैं,
मंज़िलें अक्सर दूर ही दिखती हैं।
रास्ते काँटों से भरे लगते हैं,
सपनों के बोझ में कंधे थकते हैं।

कभी हालात रोक देते हैं,
कभी अपनों के सवाल चुभते हैं।
हर चाहत को मिलना मुकम्मल नहीं,
कभी मंज़िल तो कभी सफ़र अधूरा सही।

पर यही अधूरापन ताक़त बन जाता है,
इंसान को और मज़बूत कर जाता है।
ज़िन्दगी का असली मायना भी यही है,
संघर्षों से गुज़रकर ही जीत होती है।

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16 AUG AT 19:21

🌸मीठी मुरली की तान में बसा है संसार,
श्रीकृष्ण के बिना अधूरा है हर प्यार।🌸

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14 AUG AT 14:37

Teri baahon ka ye sukoon,
Mere har gham ka ilaj hai,
Tu saath ho to lagta hai,
Meri zindagi ka aaj hai.

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9 AUG AT 0:38

जब हर बार बहू
अपनी तकलीफ़ों को पीछे रखकर,
ससुराल को घर मान लेती है,
पर ससुराल उसे हर बार
ये जताने में पीछे नहीं रहता
कि वो आज भी 'पराई' ही है।

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8 AUG AT 21:37

जो लफ़्ज़ कह न सके, वो खामोशियाँ कह गईं,
तेरी आँखों में देखा था सपना जो पलकों से बह गईं।

हर मोड़ पे तेरा साथ मांगा, हर दुआ में तेरा नाम था,
फिर भी तन्हा रह गया दिल, शायद ये मेरा ही इल्ज़ाम था।

तेरे लिए खुद को भी भूल बैठे थे हम,
हर हँसी में, हर ग़म में बस तेरा ही दम।

कहने को तो सब कुछ था मेरे पास,
पर तू ही न था, यही थी सबसे बड़ी बात।

अब सवाल सा बन गया है मेरा हर जज़्बात,
आख़िर क्या कमी रह गई... जो तुझमें नहीं मिला मेरा साथ।

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