स्त्री -
स्त्री
-
पूछा मैंने कई बार उससे, इतना प्रेम क्यु हमसे, हँस कर टाल दिया उसने, बोलकर ये की क्या वजह बताऊ तुम्हे, अब बस है प्रेम तुमसे। -
पूछा मैंने कई बार उससे, इतना प्रेम क्यु हमसे, हँस कर टाल दिया उसने, बोलकर ये की क्या वजह बताऊ तुम्हे, अब बस है प्रेम तुमसे।
कुछ वक़्त गुज़ारे उनके साथ उस शाम मैंने, वही छुपाये थे उनके पैग़ाम मैंने, पूछ लिया किसी ने मुझसे इतना क्यों इतराती हो, हँस कर ले लिया उनका नाम मैंने। -
कुछ वक़्त गुज़ारे उनके साथ उस शाम मैंने, वही छुपाये थे उनके पैग़ाम मैंने, पूछ लिया किसी ने मुझसे इतना क्यों इतराती हो, हँस कर ले लिया उनका नाम मैंने।
सौंदर्य से भरी तुम्हारी आँखें, जब मुझे उस स्पष्टता और चमक से देखा करती है, तब मुझे उस प्रेम का एहसास होता है, जो तुम्हे और मुझे जोड़े है। -
सौंदर्य से भरी तुम्हारी आँखें, जब मुझे उस स्पष्टता और चमक से देखा करती है, तब मुझे उस प्रेम का एहसास होता है, जो तुम्हे और मुझे जोड़े है।
में जानती हूँ ये सच नहीं -
में जानती हूँ ये सच नहीं
एक फूल तुम्हारे नाम हैसुगंध इस फूल की, तुम तुम्हारी यादें, सबकी याद दिलाती है, क्यु मौन हो तुम, अच्छा तुम्हारे मौन को भी समझती हूँ मैं, नाराज़ हो जानती हूँ, इस फूल से गलती अपनी स्विकारति हूँ। -
एक फूल तुम्हारे नाम हैसुगंध इस फूल की, तुम तुम्हारी यादें, सबकी याद दिलाती है, क्यु मौन हो तुम, अच्छा तुम्हारे मौन को भी समझती हूँ मैं, नाराज़ हो जानती हूँ, इस फूल से गलती अपनी स्विकारति हूँ।
प्रेम कहानी -
प्रेम कहानी
मेरे प्रेम गीत का सार हो तुम, न चाहते हुए भी मेरी कमज़ोरी के साथ साथ जिसके आगे झुक जाने का दिल करे ऐसी हार हो तुम । -
मेरे प्रेम गीत का सार हो तुम, न चाहते हुए भी मेरी कमज़ोरी के साथ साथ जिसके आगे झुक जाने का दिल करे ऐसी हार हो तुम ।
कुछ ऐसी धुन जिसमें खोने का दिल करेऐसी धुन हो तुम। -
कुछ ऐसी धुन जिसमें खोने का दिल करेऐसी धुन हो तुम।
Harking back to our special moments and cute conversations -
Harking back to our special moments and cute conversations