18 DEC 2019 AT 11:40

कहीं ज़िद पूरी
कहीं जरूरत भी अधूरी
कहीं सुगंध ही नहीं
कहीं पूरा जीवन कस्तूरी
हर हाल में मंजूर
प्रभु की मंजूरी

- कौमुदी