हर दिन जीते हैं हम साथ
हर दिन बढ़ता जाता हैं बस यही विश्वास
की ता उम्र रहेंगे हम दोनों साथ
हां होती हैं हमारे बीच थोड़ी नोक झोक
और थोड़ी सी तकरार
फिर भी मन में रहता हैं एक ही विश्वास
की हम दोनों हैं हमेशा एक दूसरे के साथ
-
जब खुद के मन में
चलती एक जंग हो
क्या गलत हैं क्या सही
जब यह सोच सोच कर
कर रहे तुम खुद की सोच में सफर कोई
और सब कुछ सही चल रहा जिंदगी में
फिर भी लगता सब कुछ गलत हो
तुम कितना भी समझाना चाहो सबको
पर काम नहीं आता कोई
जब सफलता पाने में
तुम बार-बार हो रहे असफल हो-
सब कुछ भुला दिया हैं
फिर भी कुछ याद सा हैं
प्यार हैं एक ऐसा हादसा जिसमें
हँसता हुआ चेहरा रोता हुआ मन हैं !!-
किसी का सुकून
तो किसी का मलाल हैं
किसी की झूठी उम्मीद तो
किसी के लिए एक सच्चा एहसास हैं
जो मुकम्मल ना होकर भी सबसे खास हैं
बस यही और यही सच्चा निस्वार्थ प्यार हैं-
तेरा रूठना सही तेरा मनाना सही
तेरा हंसना सही तेरा हंसाना सही
एक दूजे पर अपना हक जताना सही
यार की यारी की खुमारी हैं ऐसी
वह दिन कहे तो दिन सही
वो रात कहे तो रात सही-
हर बार जीतने की कोशिश
फिर हार जाने की उदासी
हमें कुछ नया सीखने का हौसला देती हैं!
और चाहे कितनी बार भी हम क्यों न हार जाए
लेकिन हमारी असफलताएँ ही
हमें सफलता का पथ दिखती हैं !!-
कई बार कई सवाल होते हैं मन में पर दिल उसका उत्तर नहीं चाहता।
डरता हैं मन कुछ अच्छा या बुरा होने से
इसीलिए खुद को किसी के लिए बदलना नहीं चाहता।
मानती हूँ कि सारे वादे सच्चे हैं तुम्हारे पर कई बार
उन्हें निभाना हमारी किस्मत में नहीं होता !!-
ना मन में हैं कोई उम्मीद
ना कोई इंतजार और ना ही बचा अब कोई सवाल
बस अब खुद को बदलना हैं
यह सोच कर की हर जख्म भर जाता हैं वक्त के साथ-
चलो हर दिन एक नई शुरुआत करते हैं।
जिंदगी में ठहराव आने से पहले चलो खुद को आबाद करते हैं!!
कल को भूल कर चलो आज की बात करते हैं!
जिंदगी में ठहराव आने से पहले चलो खुद को आबाद करते हैं !!
चलो मन में थोड़ा खुद के लिए विश्वास भरते हैं चलो कल का काम आज करते हैं ।
मरने से पहले चलो जग में अपना नाम करते हैं।
जिंदगी में ठहराव आने से पहले चलो खुद को आबाद करते हैं !!-
सृजन करता हों आप हमारे
धैर्य कौशल बलिदान का सही मर्म समझाने वाले
बिना स्वार्थ अथाह प्रेम स्नेह मुझ पर बरसाने वाले
अपने जीवन का समस्त ज्ञान मुझ पर न्योछावर कर
मेरा ज्ञान बढ़ाने वाले
क्या क्या व्याख्या करूँ मैं आप के बारे में
आप हों पिता मेरे
आप ही परमात्मा मेरे-