'बड़े हसीन वो,.. मौसम हुआ करते थे,
जब..तु..और..में..'हम'..हुआ करते थे..!-
हजारों..चाहने वालो से
एक 'निभाने' वाला बेहतर है...✍️
'बड़े हसीन वो,.. मौसम हुआ करते थे,
जब..तु..और..में..'हम'..हुआ करते थे..!-
सुकूँ वाली जहाँ..शाम-ओ-सहर..हो,
काश हमारी..बस्ती..में कोई ऐसा घर हो..!-
'ख़्वाबों में दिखाई देती है तस्वीर तुम्हारी,
सोते ही जाग उठती है ये तक़दीर हमारी.!-
'जाने कैसे कर देते है लोग,..इजहार जमाने में,
उम्र गुज़री है हमारी दिल पे गुजरी उन्हें बताने में.!-
'सपना बनकर मेरी आंखों में सो गया कोई,
ना होकर भी मेरा,..हो गया है कोई.!-
'भूला जाता नहीं कमबख़्त आंखों से चेहरा तेरा,
खुली रखूं तो तलाश तेरी,बंद करूं तो ख़्वाब तेरा!-
'अमावस की रात में चाँद की ख्वाहिश जैसा है,
मुझको तुम संग..इश्क़..कुछ ऐसा है.!-
'किसी को..प्यार..लिखा किसी को क़रार लिखा है,
'सागर,..तेरी तक़दीर में सिर्फ़ इंतज़ार लिखा है.!-
'तुम्हारी वफ़ा पर ना अदा पर सवाल हमारा था,
कितनी..'खूबसूरत,..हो तुम बस ख़्याल हमारा था.!-