दर्द मे कैसे देखु अपने माँ को
जिसने मुझे खरोंच आने पर रात भर जाग के गुजार दिया।-
कोठी, बंगला, धन-दौलत, दलान तोरा द देलौअ,
लव-जिहाद, झूठ फरेव के दुनिया में नाम अपन द देलौअ।
जो खुश रह अपन देखाबा भरल दुनिया मे,
ले आई स अपन ईमान तोरा द देलौअ ।
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उसकी याद ठण्ड के उस चोट की तरह है ।
जो समय के साथ कम तो होती पर ख़तम कभी नहीं हो सकती ।।-
देश की शहादत के लिए माँ की ममता को तिरंगे में लिपटते देखा है।
देश की शहादत के लिए एक पिता को सहारा खोते देखा हैं।
देश की शहादत के लिए बहन के विदा होने से पहले भाई को विदा होते देखा है,
देश की शहादत के लिए पत्नी के सिन्दुर लागने से पहले मेंहँदी का रंग उतरते देखा है।
देश की शहादत के लिए नन्हे से बेटे को काँधे पर घूमने के जगह अर्थी को कन्धा देते देखा है,
देश की शहादत के लिए साथियों के एक साथी को ताबूत होते देखा है ।-
इश्क़ में लोग चाँद तारे लाने की वादा करते है ,
पर मैं तो तुम्हारे लिए बस सिन्दूर लाउंगा ।-
क्युँ तुमने इतने सपने दिखाए जब तोडना ही था,
क्युँ मुझको बदल दिया जब तुझे छोड़ना ही था ?
क्युँ साथ साथ चलने का वादा किया जब बीच रास्ते में छोड़ना ही था,
क्युँ एक रास्ते पर चलने का वादा किया जब तुम्हे रास्ते मोरना ही था ?
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गरीबों के दर्द को भला कौन समझ पाया हैं ,
गरीबों की गरीबी का तो सबने मज़ाक ही बनाया हैं ।
जिस रोटी के लिए वो घर से मिलों दूर आते हैं ,
उसी घर की चाहत में चलते हुए रास्ते में मर जाते हैं ।
उनकी पीरा को भला कौन समझ पायेगा ,
२ वक़्त की रोटी के लिए मिलों चल कर कौन मौत को गले लगायेंगा ।
पैसे वाले गरीबों की गरीबी का उपहास बनाते हैं ,
उनपर अन्याय और अत्याचार कर उन्हें जिंदा लाश बनाते हैं।
भला ऐसी किस्मत कहाँ जो हवाई जहाज से घर को जाएंगे,
अंबानी या अडाणी थोड़ी है जो सरकार को वो याद आयेंगे ।
उनके लाशों को कन्धा तक नहीं दिलवाया जाता हैं ,
लेकिन किसी नेता , या अभिनेता के मरने पर उसे तिरँगा में लिपटाया जाता है ।।
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ये इश्क़ का खेल कुछ ऐसा होता हैं,
की जिस्म से प्यार करने वाला खुश रहता हैं
और रुह से प्यार करने वाला अकसर रोते रहता हैं ।
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पूरी दुनिया त्राहिमाम त्राहिमाम है कर रहा,
न जाने क्यों इस वायरस से लाखो लोग रोज हैं मर रहा ।
न जाने क्यों लोगो को फिर भी समझ नहीं आती हैं,
घर में रह कर सुरक्षित रहना लोगो को क्यों नहीं भाँति है ।
एक छोटी सी इस वायरस ने पूरी दुनिया को हिला डाला,
नौजवान, बूढ़े और बच्चों को मौत के नींद सुला डाला ।
न जाने इस वायरस से कब छुटकारा मिल पायेगा,
पता नहीं फिर कब मानव जीवन फिर खुशहाल हो पायेगा।।
हें प्रभु कुछ चमत्कार कर इससे निजात दिला दो न,
बहूत हो गया त्राहिमाम अब इस कोरोना को भगा दो न।।🙏🙏🙏
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In Love and Pain
I always choose pain because I know pain will never leave me alone....-