तुम मेरी सिर्फ मां नहीं, तुम मेरा संसार हो मां।
मैं क्या ही लिखूं तेरे लिए, तुम मेरा पहला प्यार हो मां।
तुम सबसे अलग, सबसे भोली, सबसे ज्यादा प्यारी हो मां।
तुम हो तो मैं हूं, इसलिए मैं खुशनसीब हूं मां।
तुम उतना समझती हो मुझे, जितना कोई मुझे देख कर भी समझ नहीं सकता।
तुम इतना समझती हो मुझे कि मुझे बयां भी नहीं करना पड़ता।
तुम एक आवाज़ में कैसे समझ जाती हो मां?
इसी डर से कभी कभी तुमसे बात करने से भी डर लगता है मुझे।
चाहे लाख दुनियां के सामने मुखौटा लगा लेटी हूं, लेकिन तुम सब कुछ समझ लेती हो मां।
काश तुम्हारी तरह सभी होते...
लेकिन तुम मां हो ❤️
Love You Mummy❤️
तुम सबसे अच्छी हो।🫂
वो कहते हैं ना मां से अधिक और कोई अपने बच्चे को समझ नहीं सकता।
भगवान करे सभी माताओं को लंबी आयु और स्वस्थ्य जीवन दे।🙏
HAPPY MOTHER'S DAY✨❤️🫂-
Student of political science (H)..
04 Oct 2000- born..
My work is ge... read more
मैं उस माटी का वृक्ष नहीं, जिसको नदियों ने सींचा है
बंजर माटी में पलकर मैंने, मृत्यु से जीवन खींचा है
मैं पत्थर पर लिखी इबारत हूँ, शीशे से कब तक तोड़ोगे
मिटने वाला मैं नाम नहीं,
तुम मुझको कब तक रोकोगे
तुम मुझको कब तक रोक़ोगे !!-
Dear dost,
समय के साथ साथ, हम ज़रूर बिछड़ जाते हैं!
दूर ही सही, पर याद कर लिया करते हैं।
जिन लम्हों में हमने बेहतरीन यादें बनाई!
कम ही सही, बहुत है जीने के लिए।
कभी मुस्कुरा लिया करते हैं, बीते लम्हों को याद करके।।
कुछ लोग साथ है, कुछ दूर चले गए!
हां, जरूरी तो नहीं हम सबके साथ रहे तभी दोस्ती कहलाए!!
जो कल थे, जो आज हैं!
।।दोस्ती दिवस आप सभी को मुबारकबाद।।
HAPPY FRIENDSHIP DAY to all my dear friends Who came in my life with lots of happiness and made good memories!!
❤️🙂-
क्या हसीन पल हुआ करते थे,
जब हम उनके साथ रहा करते थे।
हां बातें जरूर कम हुआ करती थी,
पर जब होती थी दिल से हुआ करती थी।
मन नहीं लगता अब तेरे बिना,
आंखें बंद होती नहीं तुझे देखे बिना।
न जाने कितने रात हम यूंही आंखे नम करके सो जाते हैं,
दर्द बहुत है दिल में फ़िर भी हंस लिया करते हैं।-
ब्राह्मण और क्षत्रिय दोनों समाएं,
विष्णु के अवतार कहलावे,
सीधे देखो तो राम दिखे,
पलट गए तो परशुराम कहलावे।
🚩जय श्री राम🚩
जय परशुराम🚩🙏
जय भूमिहार🚩🙏
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कभी गोद में तो कभी आंचल में रखती है,
मां तू न जाने कितने बोझ सहती है।
कोई समझे या न समझे मुझे,
मां तू न जाने कैसे समझ जाती है।
अक्सर अपनी इच्छाएं दबा तू सबकी इच्छा पूरी करती है,
मां तेरा भी तो मन करता है, तू कैसे चूप रह जाती है।
हम थोड़े से ही काम में थक हार कर बैठ जाते हैं,
मां तू इतने काम करके भी कैसे खड़ी रह जाती है।
तू सिर्फ़ शब्द नहीं, तू दुनियां की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली देवी है,
जो पूरे संसार में बसे घरों, लोगों और कामों को सम्हाल रही है।
तू सबसे जरूरी अंग है इस धरती की...
तू है तो हम सब हैं...
HAPPY MOTHER'S DAY❤️🌹-
Remembering..
MAHARANA PRATAP
A great warrior kind of India on his birth anniversary....🙏❤️💐-
मै रुक सकती
पर वो नहीं रुकता।
मैं रोती
पर वो चुप नहीं कराता।
मैं डरती हूं उसे खोने से
ख़ुश होती हूं उसके रहने से
देर तक इंतजार करती..
बस एक दफा उसके बात करने को।
मैं रोती हूं,गिड़गिड़ाती हूं
उसे लगता ये बेकार है।
मैं क्या करूं, कैसे ख़ुद को शांत करूं
जो हलचल मुझमें होती है, कैसे वो बरदस्त करूं।-