इस संघर्ष भरे जीवन ने मुझे बहुत कुछ
सिखाया और बहुत कुछ मुझे सीखना है
ठोकर खाकर रुक कर या फिर आगे बढ़कर
ज़िन्दगी की हर जंग से मुझे कुछ सीखना है.....
उतार चढ़ाव तो आते रहेंगे पर मुझे इन सबको
भुलाकर अपनी किस्मत का एक पन्ना लिखना है
ठोकर खाकर रुक कर या फिर आगे बढ़कर
ज़िन्दगी की हर जंग से मुझे कुछ सीखना है.....
दुनिया चाहे मेरे बारे मे कुछ भी कहे, फर्क नहीं पड़ता
मे खुद अपने बारे मे क्या सोचती हूँ ,फर्क सिर्फ इतना है
ठोकर खाकर रुक कर या फिर आगे बढ़कर
ज़िन्दगी की हर जंग से मुझे कुछ सीखना है.....
ज़िन्दगी मे दुख-सुख, हार-जीत, उतार-चढ़ाव
सबका सामना करके मुझे बराबरी से आगे बढ़ना है
ठोकर खाकर रुक कर या फिर आगे बढ़कर
ज़िन्दगी की हर जंग से मुझे कुछ सीखना है.....
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