11 FEB 2018 AT 1:45

मंजिल की ओर अग्रसर हो ,
आराम का हो कोई नाम नहीं ।
जब तलक ना मिले मंजिल तब तक ,
रूकने का कोई काम नहीं ।।
✏कन्हैया✏

- Kartik mittal