लड़कियों तुम्हें मायूस तो होना पड़ेगा,
मैं आजकल किताबों से इश्क में हूँ।।
-कन्हैया-
छोटी सी मेरी हस्ती है।
ऐसे विशाल संसार में भी,
मेरी ख्वाबों की एक बस... read more
ज़माने भर के आगे झूम के बता सकता हूँ,
तू जो कहे तो तुझे चूम के बता सकता हूँ।।
-कन्हैया-
क्या रंग है, क्या नूर है, क्या हुस्न है, क्या ताज़गी,
हर एक गली ,हर गाओं में बस वो ही वो मशहूर है।
ख्वाहिश यही है हाथ से छूलूँ मुनव्वर चाँद को,
लेकिन मुझे मालूम है औकात से वो दूर है।।
- कन्हैया-
उसके होठों पे है कुछ अफ़ीम जैसा,
और हमें नशे करने का शौक है।।
✏कन्हैया✏-
कितनों को तग़ाफुल किया तुमने,
कितने तो जान छोड़े बैठे हैं।
बात उड़ी थी तुम्हारे छत पे आने की,
तीन दिन से सारे काम छोड़े बैठे हैं।।
✏कन्हैया✏-
पाक रमज़ान का महीना, सूनी ईदगाह,
गले मिलने की कोई तस्वीर नहीं आई।
ईद का दिन था ,निगाहें दरवाज़े पर थीं,
पहली मर्तबा राम के घर शीर नहीं आई।।
✏कन्हैया✏-
कोरोना से लाखों गए, फिर चले गए इरफान,
अब ॠषि गए और क्या क्या हमसे छीनेगा भगवान।
कुछ तो कृपा दृष्टि दिखलाओ, जगपालक श्री राम,
गिड़गिड़ा रहा और तुझसे माफ़ी मांग रहा इंसान।।
✏कन्हैया✏-
सालगिरह, जन्मदिन का अद्भुत समागम है,
अपनी ही धुन में हर कोई आज मगन है।
हर्ष से झूम उठा घर , आँगन हमारा ,
नन्ही सी गुड़िया का हमारे घर आगमन है।।
✏चाचू✏-
जिसके नशे में जिंदगी तमाम हो जाए,
सबसे पहले ऐसा एक जाम पिया जाएगा।
बात छिड़ गयी गर खूबसूरती की तो फिर,
कयामत की रोज़ भी तेरा नाम लिया जाएगा।।
✏कन्हैया✏-
उसकी याद आ रही है, जला जा रहा हूँ मैं,
फिर भी फोन करने में हिचकिचा रहा हूँ मैं।
क्या बात करूँगा,उसके पास वक्त भी होगा?
इन्हीं सवालों के तले दबा जा रहा हूँ मैं।।
✏कन्हैया✏-