तुम्हे बस आस है या फिर विश्वास है
जीवन मे इसी प्रशन का उत्तर खास है।
मंजिल आँखों मे सजा करदे बस आरंभ तु,
हर बाधाओं की काट तेरा अटल प्रयास है।।
तुझे बस आस है या फिर विश्वास है...... ?-
जो है यहीँ लिखा रखा है
✍️✍️💗
महकता रहे ये रिश्ता हमेशा जैसे इत्र
शादी की ढेरो शुभकामनाए मेरे मित्र
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क्यों सबकी आंखों में तू आंसू भर के छोड़ गया 😭
ऐसी भी क्या गलती थी, तू सबसे नाता तोड गया 🙁
भगवान को भी दया न आई तेरी छोटी सी उम्र पर 🙏
कितने सपने, उम्मीदों की कच्ची मटकी फोड़ गया 😓-
मस्तक सबका ऊँचा करके, बढ़ा कर सबका अभिमान
तिरंगे झंडे की राखी लेकर, चाँद जा पहुँचा है चंद्रयान।
हर्ष उल्लास से खिल उठा है मानो पुरा हिंदुस्तान
और बढ़ो देश के सपूतो, गर्व करे तुम पे ये जहान ।।-
हंसी ठिठोली के रंगों से बने हुए वो विचित्र चित्र
किस्मत से ही मिले मुझको इत्र से ह्रदय वाले मित्र-
लम्हा खुशी का, मिलावट के बिन बन गया,❤️
मेरा भान्जा मुस्कुराया, मेरा दिन बन गया।☺️-
सोचे बैठे हो कब से, शुरुआत कब करोगे ?
गरज रहे हो जाने कब से, बरसात कब करोगे ?
खामियां देख रहे औरों की, अपनी बात कब करोगे ?
उलझे रहते दुनिया में, खुद से मुलाकात कब करोगे?
ज्ञान इकट्ठा बहुत कर चुके, आत्मसात कब करोगे?
सपने तो देखे बड़े- बड़े, कोई करामात कब करोगे ?-
उनकी यादें और बाते ही बस तकदीरों में रह गई
वो हँसती हुई हस्तियां क्यों बस तस्वीरों में रह गई-
सबको दे कर बेफिक्री खुद ले लेते चिंता सारी
पिता नाम कर्तव्य का, पिता घर की जिम्मेदारी
घुटनो से पैरो पे चलना फिर पैरो पे खड़ा होना
सारे सफर में काम आई पापा हर सीख तुम्हारी-
जब तक जीत न जाए ये मेरे सपनो का घोड़ा
तब तक ऐ आराम तू भी आराम कर ले थोड़ा-