छठ के बाद का ख़ालीपन,
जैसे विदाई के बाद का घर।
मानो छठ से छठ ही चलता है,
हमारा कैलेंडर।
संतरा, केतारी और ठेकुआ,
पैकिंग करो ट्रेन का टाइम हुआ।
भाई बहिन, दोस्त यार
आरो बातें हजार,
कल से माई अकेली,
वही सूना अंगना दुआर।
ठेकुआ की पोटली ले,
दिल के हिस्से को छोड़,
चल पड़े हम शहर की ओर।-
Those angels who
enlighten our lives
with the light of
knowledge, curiosity
and wisdom are,
TEACHERS ❤️
Happy Teacher's Day-
अजीब हैं ये जिंदंगानी..
कोई सोच रहा है धनतेरस पर
कितना सोना खरीदना है..
कोई सोच रहा है
सर्दियां आ गई कहां सोना है..-
उफ़्फ़.. ! दिल मेरा BSNL जैसा हो गया,
कहीं लग ही नहीं रहा..
❤️❤️-
सुना है अब तुम स्कूल में पढ़ाती हो,
और मेरे नाम के बच्चों को बेमतलब कूटती हो...-
त्याग दीं सब ख्वाहिशें निष्काम बनने के लिए,
राम ने खोया बहुत कुछ श्री राम बनने के लिए।-
पुरानी होकर भी खास होती जा रही है, ♥️
मोहब्बत बेशर्म है जनाब, बेहिसाब होती जा रही है..!!-
ऐ रब मेरी दुआओं में इतना असर रहे,
फूलों भरा सदा मेरी बेहना का घर रहे।-
Happy 75th Independence Day.
May We All Get Freedom From
Everything We Want And From Covid-19 Also!
Stay Safe Stay Healthy.-