वो मोहब्बत के पर्दे में करते हैं नफ़रत यहाँ अजीब सी लोग रखते हैं फ़ितरत शिकायतों को समेटने की नही ज़रूरत ना गिला,शिकवा ना बची कोई अब हसरत -
वो मोहब्बत के पर्दे में करते हैं नफ़रत यहाँ अजीब सी लोग रखते हैं फ़ितरत शिकायतों को समेटने की नही ज़रूरत ना गिला,शिकवा ना बची कोई अब हसरत
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घरों में लोग शतरंज रखते हैं और दिलों में शत रंज रखते हैं ऐसे लोगों से रिश्ते कम होते हैं जो हर बात पे तंज रखते हैं।। -
घरों में लोग शतरंज रखते हैं और दिलों में शत रंज रखते हैं ऐसे लोगों से रिश्ते कम होते हैं जो हर बात पे तंज रखते हैं।।
बदलते चेहरे को देखकर बदलते तुम अपना चेहराबाहर फैली तमाम खुशी हैऔर अंदर एक ग़म का पहरा ।। -
बदलते चेहरे को देखकर बदलते तुम अपना चेहराबाहर फैली तमाम खुशी हैऔर अंदर एक ग़म का पहरा ।।
यहाँ एक शहर था जिसके अब बाकि निशां हैं -
यहाँ एक शहर था जिसके अब बाकि निशां हैं
ख़िदमत_ए_वालिदैन से गुरेज़ा न हो कभी...दुआएं उनकी वसिला हैं क़यामत के दिन बख़्शीश का...SufiG -
ख़िदमत_ए_वालिदैन से गुरेज़ा न हो कभी...दुआएं उनकी वसिला हैं क़यामत के दिन बख़्शीश का...SufiG
बे-सबब यूंही कलम नही चलती कोई तसव्वुर-ए-तस्वीर जरूर है -
बे-सबब यूंही कलम नही चलती कोई तसव्वुर-ए-तस्वीर जरूर है
अब कहा दुआओं मे वो बरकतें, वो नसीहतें , वो हिदायतें ...अब तो बस जरूरतों के जुलुस है, मतलबों के सलाम है... -SufiG -
अब कहा दुआओं मे वो बरकतें, वो नसीहतें , वो हिदायतें ...अब तो बस जरूरतों के जुलुस है, मतलबों के सलाम है... -SufiG
इतने शोर में ना जाओ की तुम्हे तूम्हारे अंदर की आवाज न सुनाई दे,एकांत में जाओ की तुम्हे तुम्हारे अंदर का शोर सुनाई दे -
इतने शोर में ना जाओ की तुम्हे तूम्हारे अंदर की आवाज न सुनाई दे,एकांत में जाओ की तुम्हे तुम्हारे अंदर का शोर सुनाई दे