कितनी-कितनी बातें है ,
क्या - क्या खुद को समझाया...
एक ख्व़ाब है सच्चा-सच्चा सा ,
मैं राह - ए - मंज़र से घबराया...-
Anokhi
Kalam_ke_jubani_✍
Pain_arto_logy_✍
हम जलते हैं अपनी ही खामियों में
हमने खुद से मात खाई हैं .....
डरते हैं खुद अपनी ही आवाज़ से
कि साथ अब रूह तक नहीं है....-
The best thing you can gift
anyone in their worst phase
is feeling belongingness
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कितने खूबसूरत लोग थे , किधर गए
इतनी दूर आके , कैसे बिछड़ गए
याद आती है उनकी तो क्या करे
अश्क पी लें , और खामोश रहें ।।-
सोचा नहीं था
कभी,
उस सितम से भी
गुजरे हम
वक़्त निकल गया
बहुत आगे
और हादसो में
रह गए हम...।
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Your behaviour does not shape my nature
I am just in service of kind humanity
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कभी मुस्कान ले आती है
कभी सवालों के हल दे जाती है
कभी खुद से परिचय कराती है
तो कभी हौसला बन जाती है
अच्छी किताबें !
अंधेरों में प्रकाश बन जाती है ।।-
एक वो है जिसे मैं सिर्फ याद कर सकती हूँ पर ज़रा भी बात नहीं हो सकती
एक वो है जिससे हजार बातें हो सकती है पर सिर्फ याद कर के रह जाती हूँ ।।-
हम वो हद नहीं करेंगे कि खुद पे ही कुसूर हो जाए
अगर इज़ाजत नहीं है तो हम भी अहतियात रखेंगे ।।
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तुम्हारे ख्यालों का बसेरा है मेरे आस-पास
पर तुम इन से दूर कही और ही रहते हो ।।-