आजकल कुछ इस तरह,हो गये हैं अपने,विश्वास नहीं आता,कि हक़ीक़त हैं या सपने. -
आजकल कुछ इस तरह,हो गये हैं अपने,विश्वास नहीं आता,कि हक़ीक़त हैं या सपने.
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जीवन में छल, कपट और धोखा,अगर हम करते हैं किसी एक से,यही फिर हमको भी वापिस,मिलता हैं अनेक से. -
जीवन में छल, कपट और धोखा,अगर हम करते हैं किसी एक से,यही फिर हमको भी वापिस,मिलता हैं अनेक से.
प्यार में डर कैसा,खोने या पाने का,बस मौत आने तक,तू हौसला रखना इसको निभाने का. -
प्यार में डर कैसा,खोने या पाने का,बस मौत आने तक,तू हौसला रखना इसको निभाने का.
जिंदगी डूबाये,या तैरा दे यार,आख़री सांस तक निभाउंगा,तुझसे प्यार, हाँ तुझसे प्यार. -
जिंदगी डूबाये,या तैरा दे यार,आख़री सांस तक निभाउंगा,तुझसे प्यार, हाँ तुझसे प्यार.
जो औलाद माँ -बाप की फिकर करती हैं,किस्मत हमेशा उनकी ही कदर करती हैं. -
जो औलाद माँ -बाप की फिकर करती हैं,किस्मत हमेशा उनकी ही कदर करती हैं.
शायद सागर का जल,इसलिए ही खारा था,मजमा लगा होगा किनारे पर हर एक शख्स का,जो भी मोहब्बत में हारा था. -
शायद सागर का जल,इसलिए ही खारा था,मजमा लगा होगा किनारे पर हर एक शख्स का,जो भी मोहब्बत में हारा था.
देखकर उसके हाथ की महंगी घड़ी,समझ आया किस्मत और मेहनत थी साथ खड़ी. -
देखकर उसके हाथ की महंगी घड़ी,समझ आया किस्मत और मेहनत थी साथ खड़ी.
तुम बीमारी हो,तो हम दवा हैं,तुम तूफ़ान हो,तो अपनी भी हवा हैं. -
तुम बीमारी हो,तो हम दवा हैं,तुम तूफ़ान हो,तो अपनी भी हवा हैं.
इसलिए ही बार -बार,ज्यादातर रिश्ते लड़खड़ाते हैं,क्योंकि लोग औरो के कहने पर,अपने-अपने रास्ते निकल जाते हैं. -
इसलिए ही बार -बार,ज्यादातर रिश्ते लड़खड़ाते हैं,क्योंकि लोग औरो के कहने पर,अपने-अपने रास्ते निकल जाते हैं.
ना जाने आदमी को होश,क्यों तभी आता हैं,जब बार-बार ठोंकर खाकर,उसका सब कुछ लूट जाता हैं. -
ना जाने आदमी को होश,क्यों तभी आता हैं,जब बार-बार ठोंकर खाकर,उसका सब कुछ लूट जाता हैं.