अगर जो मैं कोई नज़्म लिखुं
उस नज़्म में तुम्हें हरदम लिखुं
कि अभी मिलने में वक्त लंबा हैं जनाब
क्या उस वक्त में तुम्हें अपना सनम लिखुं
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एक फर्ज मुकम्मल हो जाए
ये जो दूरियां है कम हो जाए
तुझ संग प्रीत निभानी है हमें
बस एक बार मैं और तुम हम हो जाए।
__ कन्नु ❤️-
तुझे सब लिखा
हर दम लिखा
हर लहज़े में तुझे अपना सनम लिखा
तेरी बातों को,तेरी आदतों को कुछ यूं लिखा
कि तेरे आंखों की गहराई को, तेरे चेहरे की मुस्कान को हुबहू लिखा
फिर भी तू कुछ यूं सोचता हैं मैने तुझे क्या लिखा।
__कन्नू सिन्हा-
हमारी दास्तां कुछ यू ख़तम हुई
बारात उनकी निकली
जनाजा हमारा भी निकला
गारी उनकी सजाई गयी
अर्थी हमारी भी सजाई गयी
फर्क बस इतना था उन्हे अपनाया गया
और हमें जलाया गया।-
Ye mausam kuch keh raha hai,
Sayad tmse milne ki fariyaad kar raha hai..... ✨❤-
ना जाने क्यूँ तेरे होने का एहसास हैं
दूर होके भी तु मेरे पास हैं
तुझसे फिरसे एक बार मिल सकूँ दिल में आस हैं
इसीलिए तेरे होने का मुझमें एहसास हैं-
क्यों मेरे सुकून के लिए तेरी एक तस्वीर काफी हैं
क्यों मेरे गुस्से के लिए तेरी एक मुस्कान काफी हैं
क्यों मेरी खैरियत के लिए तेरी दी हुई एक ताबीज़ काफी हैं
क्यों मेरे लिए तु काफी हैं
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एक अंसुनी कहानी हैं
जो तुम्हें सुनानी हैं
रोज बनते बिगरते रिश्तों की भीड़ में
मुझे तुम्हारे संग जिंदगी बितानी हैं। 💞💞-
इस अंजाने रिश्ते को क्या नाम दूँ मैं,
दोस्त केह लूँ या प्यार बना लूँ तुझे मैं।-
Zindagi barbaad ho gyi
Humse engineering hoti hi nahi hai
Hume engineering aati hi nahi hai
Class nahi karte assignment nahi banate
Humse padhai hoti hi nahi hai
Zindagi barbaad ho gyi-