A letter to every Friendzoned guy..
-
Like on facebook at "Word Kabab"
वो कहते हैं कुछ समझती नही तुम
तो समझा दो मुझे,
कभी यूंही हाथों में हाथ लेकर
हंसा दो मुझे,
कभी कोई तुम्हारा पसंदीदा गाना लागा के
जरा सा घुमा दो मुझे ।
-
Dear Papa,
Thank you..
मैं समझ सकती हूं आपके लिए कितना मुश्किल रहा होगा आज हमको ट्रीप पे भेजना । कहते हैं की हमें माता पिता की तकलीफ खुद माता पिता बनने पे ही मालुम चलती हैं पर शायद एक उम्र के पड़ाव पर भी ये समझ आने लगता है या शायद घर की सबसे बड़ी बेटी होने से मैं ये समझ पाई पर मैं जानती हु को ये आपके लिए मुस्किल है और आप इस चिंता में शायद सो ना पाएंगे। इसलिए आपका बहुत धन्यवाद की आपने अपने डर के ऊपर हमारी इच्छा को रखा ।
Thank you 💗-
तुमको ही लिखने का सोच रही कहीं।
बिना कहे ही समझ लेते हो आंखों की अनकही,
इतना सम्मान जो तुम्हारी आंखों में दिखता है
इतना प्यार जो तुम्हारी आंखों में दिखता हैं
शायद उसे ही तलाश रही थी में हर कहीं।
तुम्हारे आगोश में खो कर लगा की इससे महफूज जगह ही नहीं कहीं
शायद उसे ही तलाश रही थी में हर कहीं ।
लगता था मुझे की शब्दो से खेलना आता है मुझे
तुमको लिखने बैठी तो लगा खो गई कहीं ।
क्या लिखे तुम्हारे लिए आज
तुमको ही लिख दे बस यही सोच रही कहीं ।।
-
To you...
I accept my fears and am ready to fight them
I am ready to face them..
I open the doors of my heart to you...
I am ready to share my life
I am ready to bring down the walls i built around myself
I am ready to accept you in my life
I open the doors of my heart to you...
-
आसान नहीं हैं ।
कितना मुश्किल होता है हर वक्त ये देखना
कि कहीं कोई खुश तो नहीं ।
कहीं किसी का कोई चक्कर तो नहीं ।
आखिर वो लडकी हंसी कैसे
आखिर वो अपनी इच्छा से चली कैसे ।।
आसान नहीं है
समाज का बोछ उठाना
हर स्कूटी पे नज़र ज़माना
हर किसी पे नजर गड़ाना
आसान नहीं है, बस यूंही बिना बात पीछे पड़ जाना ।
आसान नहीं है
मानते है
फिर भी दूसरी के लिए हमेशा वक़्त निकालते है ।।-
वो कहते है
तन धको क्योंकि लडको की नज़र गंदी है
तो ये तुमने काली से क्यों नहीं कहा ।
"वो तो देवी है कहां वो कहां तुम "
तो तुम ये क्यों नहीं कहते कि उठो काली बनो
मधु कैटभ तुम्हारा इंतज़ार करते हैं
वध करो उनका ।।
वो कहते है
तुम्हारा रंग साफ नहीं है
तो ये द्रौपदी से क्यों नहीं कहा, अर्जुन से नहीं कहा कृष्ण से नहीं कहा ।
" वो तो देव है कहां वो कहां तुम "
तो ये क्यों नहीं कहते कि द्रौपदी बनो,
अपने हक के लिए लाडो, अपने निर्णय खुद करो आश्रित ना रहो ।।
वो कहते हैं ।।
वो बस कहते ही रहते है ।।-
When your closest person starts distancing...
Complete in caption-
उसको अब हम समझने लगे है
थोड़ा थोड़ा सा ही सही
अब उससे हम मोहब्बत करने लगे है
थोड़ी थोड़ी सी सही ।
सीखने लगे है जीना
पीछा करते करते ही सही
एक ना एक दिन कदम मिला के चलेंगे
आगे पीछे ही सही ।।-
A lone bench in the wilderness
Has a lot of stories with it
Some love story of two sitting together at a old age
Or of kids falling off
Or of sweet little fights
Or group of friends having fun....-