✍️Kanhiya Joshi💕   (📝Kk_writes❣️)
1.5k Followers · 1.1k Following

read more
Joined 8 July 2020


read more
Joined 8 July 2020
5 FEB 2022 AT 19:48

ये सावला रंग तेरा;
न जाने कितनो को कायल कर गया,
हम अपने वजूद को धुंडते ही रहे;
और उसके सपनो ने हमे घायल कर दिया...!

-


5 FEB 2022 AT 19:05

कूछ गहराईंया ही नाप लेती;
जबान से अपनी,
हम हद मैं क्या रहे;
वह जरुरत से ज्यादा लंबी हो गई...!
हम खामोश रहे इश्क समज जालीम;
और वह आसानी से हमे फिराबाझ कह गई !!

-


5 FEB 2022 AT 18:50

कूछ अजनबियोंका असर;
युंह रहा जिंदगी मे,
आए, दिखे, मिले और मिलकर
पराये हो गए...!
यह रिश्ता निभाना न आसन रहा;
हम कसूरवार जो उस्के;
अश्फाकों के हो गए...!!

-


5 FEB 2022 AT 18:30

हम जीस किस्मत को कोसते रहे;
न जाने वह कितनो का सपना था;
हम अधुरे तुम बिन ही सही,
इस जुस्तजू मे कसुर अपना ही था...!

-


18 JAN 2022 AT 17:56

हा कहू या ना कहू;
अजब दुविधा हैं,
इश्क किया फरो के माफिक;
और अब वह शर्मिंदा हैं....!

-


3 JAN 2022 AT 11:40

हैं आती हसी तेरे कस्मो पर अब तो;
ए वादो से अपणी मुकर जाणे वाले,
ना जन्नत की चाहत ना जोजक का डर हैं;
हैं होते बोहत बेखबर जाणे वाले...!

-


21 DEC 2021 AT 9:03

हसकर किसी ने निखारा;
आंसूओ को किसी ने सवारा,
अरमानो की क्या कहे जाबित;
हम ने हमी को ही बिखरा...!

-


13 NOV 2021 AT 7:00

अंधेरे मे खो ना जाओ
कही एक दिन तुम,
उससे पहले उजाले मे
रोना सिख लो...!

-


11 NOV 2021 AT 11:33

नाराजगियों का भी;
कुछ हिस्सा रहा होगा जिंदगी में,
वरना युंही नहीं हर कहानी मे;
किस्से हुआ करते....!

-


11 NOV 2021 AT 11:13

हमसे लाजवाब कोई नहीं;
हम से बेहतर तू ही सही,
हम-तुम से बने हम ही यहा;
तेरे-मेरे से हमारा कोई वजुद भी नहीं...!

-


Fetching ✍️Kanhiya Joshi💕 Quotes