कभी-कभी लाइफ में सब कुछ अचीव कर लेने के बाद भी वह फील नहीं होता, जो हमारी सच्ची खुशी का कारण बन सके। रह जाती है कहीं अंदर किसी कोने में एक खाली सी जगह, जिसे जरूरत है सिर्फ उस खालीपन को कोई भरे अपने प्यार, स्नेह और साथ से..।
तुम्हारा अस्तित्व सिर्फ तुम्हारे Level वालों के साथ ही होगा इसलिए, अपने अस्तित्व की रक्षा के के लिए अपने level को maintain जरूर रखें। जिससे भविष्य में पछतावे की स्थिति से बच सकें।
आखिर क्या "guideline" होनी चाहिए अपनी "positiveness" को बरकरार रखने के लिए?
1-जब सारी उम्मीदें ख़त्म हो चुकी हों. 2-जब समस्याओं ने आपको चारों तरफ से घेर रखा हो. 3-जब हर तरफ सारे रास्ते बंद नजर आ रहे हों. 4-जब आपको अपनी जिंदगी ख़त्म करना ही "last option" नजर आ रहा हो.
दीपावली के इस शुभ अवसर पर आप सभी का जीवन इस दीपक की भांति प्रकाशित रहे। आप सभी के जीवन में अपार सुख, समृद्धि व खुशियों का आगमन हो एवम भगवान गणेश और माता लक्ष्मी आपके घर में सदैव वास करें।।
सुनहरे भविष्य की चाह में दौड़ता हुआ वो शख़्स! एक दिन लौट जाता है थका हारा सा, असफलताओं की गलियों से गुजरता हुआ, ख़ामोश होकर इक रोज कहीं दूर गुमनामी के अंधेरों में।।
कभी-कभी हमें इतना कुछ कहना होता है, कि हम अंदर से एकदम खाली हो जाते हैं। बिना कुछ कहे ही अंतर्मन में शब्दों का द्वंद शुरू हो जाता है। फिर कहने को कोई शब्द शेष नहीं बचते। एक अजीब सी ख़ामोशी के साथ शब्दों की स्वयं ही आत्महत्या हो जाती है।