भूख और गरीबी शर्म की
नई रेखा खेंच रही है
स्टांप पर मजबूरी विदेशों में
बेटियां बेच रही हैं
न रिपोर्ट न जांच खत्म राज्य
का स्वाभिमान हो रहा है
बेटियां लापता नहीं हुई साहब
लापता राजस्थान हो रहा है
©कमल मनोहर-
आपको हो शुभ दिवाली और शुभ संसार को,
यह बढाये समृद्धि को और बढाये प्यार को,
आपस में हो भाईचारा मिटाए अंधकार को,
कृषि हो खुशहाल सृजित नए रोजगार हो,
आपके जीवन में यह मंगलमय त्यौहार हो,
आपको हो शुभ दिवाली और शुभ संसार को,
यह बढाये समृद्धि को और बढाये प्यार को,
@कवि कमल मनोहर*-
बोल भला मैं क्या करूं बिटिया बोली बाप,
आप चले गए छोड़कर यहां नाग और सांप।
बोले नेवलानाथ चरणों में बहन जी पड़ सकती है,
मैं बेटे को सेट करूंगा तू लड़की है लड़ सकती है।।-
"उसका अंदाज ए बंया खुश कर गया रूह को,
बस समझे ही नहीं इंकार था या इजहार ए इश्क,"
@कमल मनोहर-
"अजोध्या जी सजी स्वर्ग सी कैसा अद्भुत चित्र,
सरयू तट जगमग हुआ दृश्य बडा़ विचित्र,
ठाकुर अगले बरस तो मंदिर बन जाए भव्य,
या फिर ऐसे उत्सव को भी तरस जाएंगे नैत्र,
©कमल मनोहर-
"खुश हैं व्यस्त हैं और मझधार में नहीं है,
ठाकुर तेरी कृपा है फर्जी इश्तिहार में नहीं है, "
@कमल मनोहर-
"गाली दे सरकार को नित उठ सुबहों शाम,
छोड़ राष्ट्र की वंदना निज का कर हर काम,
उनको भी प्यारे लगे जो पक्के नमक हराम,
जितना तू गरियाएगा उतने आऐंगे दाम,"
@कमल मनोहर-
"चहरे पर रंग पोता और हुस्नों जमाल बेचा है,
शब्दों के इन्द्रजाल बुनके अपना कमाल बेचा है,
हम अदाकारी के फन में ही बस उम्दा है कमल,
बाजार में खरीदार देख कर हमने माल बेचा है,"
@कमल मनोहर-
जीवन के सारे मूहुर्त भले ही हम पंडित से निकलवाते रहे, पर जन्म और मृत्यु यह दो मूहुर्त तो खुद ठाकुर निकालता है ।
और दोनों श्रेष्ठ भी है और अभूझ भी जन्म हमारे प्रारब्ध का मूहुर्त है और मृत्यु आने वाले जीवन का, बाकी ठाकुर की लीला ठाकुर जाने ।-
"जब आप अपनी वाणी से सत्य अथवा सार्थक नहीं बोल पायें तो फालतू प्रमाद के बजाय आपका मौन ही श्रेष्ठ है।"
रक्षाबंधन पर हम आपको अपना मानसिक रक्षा सूत्र भेंट करते हैं, आशा है कि आप का स्नेह आशीर्वाद मेरा रक्षा कवच बनेगा।
-कमल मनोहर-