मौसम के बदलते मिजाज का कोई पता नहीं कब कोन सा रंग दिखा जाए ये उसको भी पता नहीं गिरगिट की तरह रंग बदलना इंसान की फितरत है कब प्यार करे कब धोख़ा दे दिमाक मे कब फितूर जाग जाए ये इंसान को पता नहीं.. 21/03/2024
माँ बाप चले गए सबको कहते राम राम अपनो का असली चेहरा देख हुए हैरान उन्हे नहीं मालूम था ऐसा रंग दिखायगे अपने ही अपनो को बाहर का रास्ता दिखायगे ||
क्या कमी रह गयी लालन पालन मे हर जिद पूरी की जबकि थे नाकाम खूब कमाया लूटाया बिठाया सर पे उन्हे नहीं मालूम था ऐसा रंग दिखायेंगे अंतिम समय कोई नही बस यूही मर जाएंगे.|| 29/01/2024
मरने के बाद कोई वापिस नही आता चाहे इंसान हो या देवता प्राण निकलने के बाद सब मिट्टी फिर मिट्टी मे प्राण क्यो फूकना जो हो नही सकता फिर लोगो को मूर्ख बनाकर धंधा क्यो l मरने के बाद.... 19/01/2024
धन से बेशक गरीब रहना पर दिल से रहो धनवान झोपड़ी पर लिखा होता है सुस्वागतम और महलो के बाहर कुत्तो से सावधान||
कुत्ते भी कोमा मे चले गए क्या मस्त चाटता है तलवे इंसान.. गिद्ध भी कहीं चले गए यह देख कर हमसे अच्छा नोचता है इंसान||
कोई टोपी तो कोई पगड़ी बेच देता है भाव अच्छे मिले तो जज कुर्सी बेच देता है|| आत्महत्या कर ली गिरगिट ने सुसाइड नोट छोड़कर अब इंसान से ज्यादा रंग नही बदल सकता.. //// 08/01/2024
माँ मै आ गया हू .. माँ अस्पताल के बिस्तर पर पड़ी है ना सुन सकती है न बोल सकती है देख कर भी कुछ कह नही सकती काले अंधेर दुनिया मे गुम हो चुकी है उम्मीद की किरण अब खो चुकी है वो दुनिया को अलविदा कह चुकी .. माँ मै आ गया हू... जब वो बीमार थी तब उसको इग्नोर करते रहे वो पुकारती रही इंतज़ार मे रोती रही अकेला छोड़ अपनी मस्ती मे डूबे रहे बेटा बेटी पैसे का हिसाब करते रहे कोन रखेगा उसका जुगाड़ हिसाब करते रहे कही इन्फैक्ट न हो जाऊ बार बार हाथ धोते रहे... माँ मै आ गया हू.. लेकिन वो अब घर मे नही है दूर यात्रा पर निकल चुकी है लौट कर आना अब असंभव है खत्म कर गयी सबके गिले शिकवे अब वो न वापस शक्ल दिखाएगी उसकी यादों के सहारे बस जिंदगी खत्म हो जाएगी.. तुम चिल्लाते रहो चिल्लाते रहना माँ मै आ गया .. 02/01/2024
जो नही मिला कोई गम नही जो मिला तो कोई फिक्र नही एक राह पकड़ राही तू चलता चल भले ही जीवन मे कोई रंग नही | रंगो की दुनिया भी अजब गजब है अब आंखो को रंगो का फ़र्क समझता नहीं || जो नही... 27/12/2023
अपनी ताकत को पहचाने आप वो चीटि हो हाथी की सूंड मे घुस जाये तो डान्स करा दे अगर अपनी पे आ जाये तो राज बदल दे परवाने दिये की चाह मे बलि चढ जाए अपनी ताकत से दुश्मन के छक्के छुड़ा दे ताकत इंसान की स्टोर एनर्जी है उपयोग करे तो लक्ष्य तय दुरूपयोग करे तो सब को बरबाद करे अपनी ताकत को पहचाने आप वो चीटी हो सबको डान्स करा दे..
कुत्तो की जिंदगी भी क्या जिंदगी है घर मे रहे तो ऐश सड़क पर रहे तो बरबादी ना खाने की परवाह ना सोने को जगह घर मे मालिक की गुलामी जब कहे भोको तो भोको सड़क पर भोकने दोडने काटने की आज़ादी टुकड़ो पर पलने वाले कुत्ते हड्डी की लालच मे मुह बाये रहते है सड़क के कुत्ते आज़ादी मे घुमते है आज़ादी का मजा गुलामी मे कहा गुलामी मे जीना बंद कर आज़ाद बने मस्त जिये इंसान बने काटे उन बेड़ियों को जिसना जीना दूभर किया... 04/12/2023
बाप ने सोचा बेटा बड़ा होकर कुछ बनेगा आप सोचते रहे वो कुछ न बना बाप ने कमाया पढाई मे खुब लुटाया किसी ने उधार लेकर पढाया तो किसी ने जमीन बेच कर पढाया सोचा इंजीनियर डॉक्टर सी ए या वकील तो बनेगा बुढ़ापे मे माँ बाप का सहारा बनेगा मगर ये क्या हुआ अफसोस कोटा मे पढ़ने की बजाय सुसाइड कर लिया माँ बाप का सपना धरा का धरा रह गया वो मंदिरों का घंटा बजाते रह गये नन्ही जान खुदा से पूछने निकल लिया उसकी क्या खता थी जो ऐसे मिले पढाई के नाम पर हम को मजबूर किये आप सोचते रहे वो कुछ न बना आप सोचते रह गए वो ...... कमल कुमार 'आजाद' 30/11/2023
तो ऐसा क्यो नही होता क्योकि हर सपना पूरा नही होता जुनून हो जब जीने का वक्त को कैद कर लू ऐसा नही होता। जिंदगी बहती दरिया की तरह एक ही लय मे बहे ऐसा क्यो नही होता ।। सपनो की दुनिया मे अजीब अंधकार है रात को देखा सपना सुबह पूरा नही होता।। क्योकि हर सपना... 27/11/2023