तेजस्वी सम्मान खोजते नहीं गोत्र बतला कर
पाते हैं जग से प्रशस्ति अपना करतब दिखला कर
हीन मूल की ओर देख जगत गलत कहे या ठीक
वीर खींच कर ही रहते है इतिहासों में लीक
~श्री रामधारी जी 'दिनकर'
- बैरागी
9 MAY 2019 AT 16:09
तेजस्वी सम्मान खोजते नहीं गोत्र बतला कर
पाते हैं जग से प्रशस्ति अपना करतब दिखला कर
हीन मूल की ओर देख जगत गलत कहे या ठीक
वीर खींच कर ही रहते है इतिहासों में लीक
~श्री रामधारी जी 'दिनकर'
- बैरागी