चले गए हो आज तुम ,
कि चले गए हो आज तुम हमें यूं छोड़कर
एक रोज़ बहुत पछताओगे,
खेल रहे हो ये जो इश्क़ -ए- फरेब सभी से,
एक दिन गिरोगे तो सम्भल भी ना पाओगे,
अभी तो कहते हो कि हम दिल नहीं लगाते,
एक दिन दिल लग जायेगा तो कुछ न कर पाओगे।
टूटे हुए दिल का दर्द बहुत गहरा होता है,
उस दर्द को कैसे सहन कर पाओगे,
जब मिलेगा हर तरफ दर्द का मंज़र,
उस रोज़ हम बहुत याद आएंगे,
बिखर चुकी होगी जिंदगी पूरी,
उस वक़्त हमें न पा पाओगे।।
थम रही होंगीं सांसे हमारी,
उस पल सिमट कर रह जाओगे,
मांगोगे उस रब से एक पल का दीदार हमारा,
लेकिन अफसोस कि दीदार भी न कर पाओगे।
अभी तो चले गए हो यूं छोड़कर,
एक रोज़ बहुत पछताओगे।।
एक रोज़ बहुत पछताओगे।।।
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