जय माता दी
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अन्यथा शरणम् नाश्ति त्वमेव शरणम् मम।।
शिव मेरे... read more
दोष चांद का दूं? या फिर खुद की नजरों का लिखूं?
आज कल चाँद में भी आपके नक्स नजर आते हैं।
सोचती हूं कभी आपसे अकेले में मिलूं ,
यहां तो घेरे हुए आपको लाखों सितारे रहते हैं।।-
ईश्क मुझे तुमसे कुछ इस कदर है भोले,
की मेरे इश्क को तेरे चरणों में पनाह मिल जाए,,
तेरे इश्क में मेरी जान पनाह हो जाए,
की मेरी चिता के भस्म से तेरा श्रृंगार हो जाए।।
जय महाकाल🙏🙏🙏-
दिल का दरवाजा अपना खोल कर तो देख,
भोले नाथ के लिए।
कसम से,
दौड़े चले आएंगे रहने! कैलाश छोड़ के!!-
कौन कहता है? कि शिव बैरागी हैं!
कि कुमकुम, हल्दी और लाल फूल उन्हें नहीं भाते।
अरे भक्ति के भाव से तो देख!
उन्हें हर वो चीज भती है, जो भक्त अपनी श्रद्धा से चढ़ाते हैं।
शिव यूं ही नहीं उमा के अर्धांग कहलाते हैं
उन्हें प्रकृति की हर वो चीज प्यारी है, जो प्रकृति में मौजूद है।
वो यूं ही नहीं हिमावन के दामाद कहलाते हैं ।
अरे ये तो भोलेनाथ हैं, नियम से परे हैं।
यूं ही नहीं हम उन्हें अपना गुरु मानते हैं।।
बोलो बम बम भोले
🙏🙏🙏🙏🙏-
न जाने इसे किसकी नजर लग गई ,
की उसकी हंसी अब खामोशियों में बदल गई !!-
शक के पेड़ो में विश्वास का फूल खिला है,
खुशकिस्मती हमारी है, जो हमें तुम जैसा भाई मिला है।-
खुद को मार कर जिंदा हूं मैं,
समाज में की जाने वाली निंदा हूं मैं,,
पंख कतर दिए गए हैं मेरे,
फिर भी उरने की हौसला रखने वाली परिंदा हूं मैं।।-
वो मुझमें कुछ इस तरह मौजूद रहता है।
कभी होठों पे बिखर जाता है,
कभी आंखों से छलक जाता है।।-