तो बोल देते पहले ही ,
ये क्या मेरी गैरमौजूदगी में मुझे पराया बना दिया,
जब सब बातें पहले ही जानते थे,तो फालतू का मुझे क्यों फसाया,
क्यों मुझे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाया,
और क्यों एक पल में वो सब भुला दिया
हा माना मैने भरोसा कुछ ज्यादा ही कर लिया था,
लेकिन तुमने मुझे कभी आगाँ क्यों नहीं किया,
और अलविदा ही कहना था तो सीधे सीधे बोल देते,
ये प्यार से दोस्ती का नाटक क्यों शूरु कर दिया
दोस्ती तो तुम्हे कभी रास ही नहीं आती थी,
ये अचानक उस प्यार को दोस्ती कहना क्यों शुरू किया...!!
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