माय मराठी भाषा अमुची | जोडते नाळ हृदया हृदयाची |
जिथे वस्ती साऱ्यांची | ती मायबोली आमची |

ज्ञानीयाची ज्ञानेश्वरी | जगते सर्वांच्या अंतरी|
लीन परमेश्वरी| माझी माय मराठी|

घेऊन भक्तीचे मृदंग| ईश्वरात होतो दंग|
चराचरात पांडुरंग| इथे वसे|

संपविले पारतंत्र्याचे साम्राज्य | आमचे महाराष्ट्र राज्य|
जिथे शिवबांचे स्वराज्य | मराठीचे असे|

ना कुणी असे दिन | ना कुणी भक्तिविन |
सारेच नयन| पाहते मराठी इथे |

दलितांना सन्मान | समाजातील स्थान |
पसरविले सर्वत्र ज्ञान | माय मराठीचे |

आम्ही बोलतो मराठी | आम्ही जगतो मराठी |
आम्ही मरतो मराठी | आम्हीच माय मराठी |

- सौ.आश्विनी श्रीहरी मेंगाणे.