कुछ भुला नहीं जाता, भुलाया जाता हे।
याद है आज भी सारी बातें, जो हम किया करते थे।
पर याद करने से ना तो दिन वापस आएंगे, और नही तुम।।-
अब वो मिल भी जाए तो क्या !
बीच रास्ते में छोड़ गया था,
परिस्थिति से हम लड़े थे
अभी आए भी वह
तो भी मन नहीं हे अब।
सिसक रहे थे, रो रहे थे
भीख तक मांग ली,
वह ट्स से मस ना हुआ।
अब मिल भी जाए तो
मन नही हे।
आत्मसमान्न बाजू रख के,
मनाया की, मेरा हो जा,
उसी पर पैर रख वह, उस के पास गया।
अब आ भी जाए तो क्या!
मन नही हे।
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जिस शांति में, आनंद की लहरे उठती है
उसमे सिर्फ अशांति का अभाव हे।
वह शांति, शांति नहीं।-
पसंद नही,
बोहत पसंद है वो तुम्हे,
तभी तो आज हमारी जगह वो हे।
तुम कहा ऐसे ही कम में मान जाते,
जरूर, सब अच्छा दिखा होगा हमसे।
No one settle in lower, than before...-
तुम कहते थे,
नही भुला पाऊंगा तुझे,
दिल के एक कोने में,
जरूर रहोगी तुम।
अगर में होती दिल के कोने में,
तो इतना जल्दी भुला ना देते तुम,
अगर में होती कुछ तुम्हारी जिन्दगी में,
तो बेरंग सी लगती मेरे बिना जिंदगी।
पर तुम तो खूब खुश हो..
बहुत खुश, जैसे दुनिया की सारी खुशियां
मिल गई हो,
जैसे एक दूसरे के लिए बने हो तुम,
जैसे में ही अजनबी हूं,
कहते थे केसे तुम्हे भूलूंगा!
अभी जो रात रात भर बाते होती हे तुम्हारी मेरे बारे में करते हो !
प्यार भरी वहीं बाते जो कभी हम किया करते थे,
दुख़ वह बात का नही की, उसके साथ हो तुम।
दर्द यह हे की, जिन्दगी भर किए वादे इतने जल्दी कोई केसे भूल सकता है!
केसे इतने जल्दी तुम वहां प्रेम जता सकते हो,
जो मेरे हिस्से का था।
देख रहे हे सब तुम्हारे रंग,
हां, यह वही हे जिस के साथ तुम
कभी सेटल नहीं हो पाते थे,
उसी के साथ बिना ऑफलाइन हुए ४ घण्टे बाते
होती हे ।-
रात रात भर जो अभी बाते कर रहा हे,
वह मुझे १० बजे कहता था,
बहुत थक गया हूं, सो जाता हूं ।
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