हनुमान जी से मैंने सीखा, साहस का संदेश,
हर संकट में अडिग रहो, मन में ना हो क्लेश।
सेवा ही सच्ची भक्ति है, निस्वार्थ हो कर्म,
हर मुश्किल में डटे रहो, ना हो कोई भ्रम।।
श्रद्धा और विश्वास से, बढ़ता है हर मान,
श्रीराम के चरणों में, अर्पित हो प्राण।
अहंकार को छोड़कर, विनम्रता को अपनाना,
हनुमान सा बनकर, सच्ची शक्ति दिखाना।।
अपने ज्ञान को बढ़ाओ, बुद्धि का हो प्रकाश,
हर बुराई से लड़ने को, हों दृढ़ तुम्हारे प्रयास।
शक्ति केवल भुजाएं में नहीं, हृदय में भी होती है,
सच्चे प्रेम की डोरी, हर बंधन खोलती है।।
हनुमान जी से मैंने सीखा, समर्पण की राह,
हर कष्ट में मुस्कुराओ, हर आंधी में चाह।
सच की डगर पर चलो, सेवा में लीन रहो,
हर मन में राम बसे, इसी को जीवन का सार कहो।।-
नीचे गिरे हुए पुराने पत्ते, कुछ कहते हैं,
बस ध्यान से सुनो, ज़रा समझो उन्हें।
हवा के संग उड़ते थे कभी, शाखों पर लहराते थे,
अब मिट्टी में खोए हैं, कुछ यादें दोहराते हैं।।
कहते हैं, "हम भी कभी हरे थे, जीवन से भरे थे,
बसंत की बहार में, खुशियों से खिले थे।
पर वक्त ने करवट ली, पतझड़ का दौर आया,
हवा संग बहे, और धरती ने हमें अपनाया।।"
समय का खेल है, जो आज खड़ा है कल झुकेगा,
जो खिल रहा है, वो भी एक दिन बिखरेगा।
हमने पेड़ को मजबूत किया,उसकी जड़ों को सहारा दिया,
अब हम मिट्टी में मिलकर, नए सपनों को आधार दिया।।
पुराने पत्तों की यह कहानी, जीवन का एक संदेश है,
हर अंत के साथ, नया आरंभ भी विशेष है।
तो सुनो इन्हें, समझो इनकी सिखावट,
बदलाव ही जीवन है, यही प्रकृति की बनावट।।-
ख्वाहिशें
ख्वाहिशें हैं अनमोल मोती, मन की गहराई से निकले,
हर एक सपना सुनहरा, उम्मीदों के रंग से सजे।।
जीवन की राहों में चलकर, ख्वाहिशें पंख लगाएं,
हर दिन नई मंजिल की चाह, दिल में उमंगे जगाएं।।
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कैलाश पर बसा है, जो प्रेम अनंत,
शिव और पार्वती का, अद्वितीय संगम।।
शिव शंकर का ध्यान, और पार्वती का तप,
उनके प्रेम की कहानी, बसी है हर कण में रच-बस।।
शिव की जटाओं में गंगा, और माथे पर चंद्रमा का धाम,
पार्वती के आँचल में बसी, प्रेम की अनमोल शाम।।
उनकी आँखों में बसी है, सृष्टि की सुंदरता चारो ओर।।
शिव की आराधना में, पार्वती है जैसे दीपक की लौ ।।
धरती से आकाश तक, फैली है उनकी युगल धारा,
शिव और पार्वती का प्रेम, अनोखा और प्यारा।
कभी हिमालय की ऊँचाई में, कभी मंदाकिनी की बहार,
उनके प्रेम की महक, सजीव करती है हर फुहार।
शिव की तपस्या में बसी, पार्वती की मुस्कान,
उनके प्रेम की गहराई, जैसे सागर में पूर्ण आसमान ।।
स्वर और नीरव , दोनों का अद्वितीय मिश्रण,
शिव और पार्वती का प्रेम, जैसे चाँद और सूरज का संगम।
उनके प्रेम की ज्योति, है अनंत और दिव्य प्रकाश,
शिव और पार्वती का प्रेम, है हर दिल की आस।
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Online Shopping
"Online Shopping" का है ये ज़माना, हर चीज़ मिलती है, बस एक click में घर आना।
घर बैठे-बैठे, सब कुछ हो जाता , पर असल में, ये खेल बड़ा निराला।।
तस्वीरों में दिखती चीज़ें, एकदम शानदार, पर असल में आती हैं, बस एक बेकार।
Discount का खेल, बड़ा ही निराला, पर असल में, ये बस एक बड़ा घोटाला।।
कभी size गलत, कभी रंग फीका, कभी-कभी तो आता है, कुछ और ही चीज़ का टुकड़ा।
रिटर्न का झंझट, बड़ा ही भारी, Online Shopping का ये खेल, बड़ा ही प्यारा।।
click करो, order करो, और फिर पछताओ,
Online Shopping के जाल में, खुद को ना फंसाओ।
तुम्हारी चमक-दमक, बस एक दिखावा, असल में, तुम हो बस एक बड़ा छलावा।।
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When faced with challenges, we often question, "Why me, God?"
Yet, in times of abundance and joy, we seldom pause to ask the same question, "Why me, God?"-
Walking in the garden, fresh and green,
Planting new saplings, a sight serene.
Planting a new life , a joy to behold,
Each one has a story, waiting to unfold.
With gentle hands and loving care,
We nurture life, a bond we share.
From tiny seeds to reaching high,
A promise of growth against the sky.
Green leaves flutter in the breeze,
Whispering secrets of ancient trees.
Roots dig deep, finding their ground,
In this symphony of nature's sound.
Birds perched on branches, sing a tune,
Underneath the radiant sun and the watchful moon.
Planting new saplings, we plant for tomorrow,
A legacy of beauty, free from sorrow.
In this garden of hope and delight,
New beginnings take flight.
Planting new saplings, we sow and grow,
A tapestry of life, a vibrant show.-
One must march with a heart of fire,
Though confidence be but a mere glint.
For in that spark, one can aspire
To reach the skies, on wings that sprint.
Though doubts may cloud the mind's expanse,
And fears may whisper in the night,
With just one percent, take a chance
To let your dreams take their first flight.
Believe in the power you possess,
In every step, in every choice.
For even with a sliver of guess,
You can soar high and find your voice.
So let not the shadows hold you down,
Embrace that tiny flame within.
With just one percent, wear your crown,
And let your journey now begin.-