लग गई हैं हजारों बलाएँ मुझे, ये तुम्हें बताऊँ कैसे..?
लग गई हैं हजारों बलाएँ मुझे, ये तुम्हें बताऊँ कैसे..?
किए थे जो हजारों वादे, अब उन्हें निभाऊं कैसे..?
साथ जीना था तुम्हारे, अब पास आऊं कैसे..?
तुम ही बताओं उन यादों को भुलाऊं कैसे..?
लग गई हैं हजारों बलाएँ मुझे, ये तुम्हें बताऊँ कैसे..?-
कैसे छोड़ दूं प्यार करना....तुम किस्मत में ना सही...
दिल में तो हो... �... read more
,
तेरे सांसों की खुशबू मेरे तन-बदन को महका रही है...
किस से कहें जाकर ,
तेरे सांसों की खुशबू मेरे तन-बदन को महका रही है...
लगता है तेरे आने की घड़ी नजदीक आ रही है-
पुछकर हाल_ए_दिल मेरा, खुद का छुपाया करता है...
पुछकर हाल_ए_दिल मेरा, खुद का छुपाया करता है...
मेरा मेहबूब बड़ी खुबसूरती से,
इश्क़ जताया करता है!-
मेरी जुल्फें उनकी उगलियों से एसे खेल रही थी...
जैसे कितनी पुरानी दोस्ती हो!-
ए-खुदा, खुद से आहिस्ता आहिस्ता नफ़रत होने लगी है
लगता है, दिल को इश्क़ की आदत होने लगी है..!-
सब्र नहीं करते बनता
जब रूह को
तेरी तलब हो...
सब्र नहीं करते बनता
जब नजरों को इतेज़ार
तेरे दीदार का हो...
सब्र नहीं करते बनता
जब तेरी यादों का खुमार
दिन ढलते, सर चढ़ता हो...
सब्र नहीं करते बनता
जब किसी को नजरों से देख
दिल में उतारा हो..!
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कैद वो मेरी तस्वीरें अपने फोन में किया करता है... 2
और मुझे देखों
मैंने तो उसको ही अपने दिल में कैद किया हुआ है...!-
मेरी मानों तो ख्वाब...
अकेले ही देखना सिखों
किसी के साथ देखोगे तो अधुरें ही रह जाएंगे...!-