बिना गाढ़ के धागे.
और बिना विश्वास के रिश्ते.
पता भी नहीं चलता कि कब साथ छोड़ जाते हैं......🪔-
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Just to mend and... read more
बादल की चादर ओढ़े झूम रहा आकाश.
मन बावरा गा रहा ,राग अनुराग..
चमक रही है आकाश गंगा..
छुप-छुप कर आकाश..
सुप्रभात
🌸🌸🌸🌸🌸-
कभी बातें लम्बी लम्बी..
कभी रातें लम्बी लम्बी..
उस चांद से इस चांद के करीब आने के दरमियान..
फासले बढ़ से जाते हैं.. खुद तक आते-आते...-
झूठ के क़तार में सच जाते हैं अक्सर हार.
झूठ के बुनियाद पर बने होते हैं जो रिश्ते..
जब जरूरत हो आपको उनकी.
हो जातें हैं रिश्ते अक्सर तार-तार.-
ज़मीर बेचकर कभी नहीं बनना यहां अमीर..
मिलता यहां सभी को उतना..
लिखा जितना तक़दीर....
सुप्रभात
🌸🌸🌸🌸🌸-
जज़्बात हो या खयालात.
खुलकर खर्च किजिए लोगों पर.
जब-तक सामने वाले व्यक्ति आप का सहयोग कर रहे हो.
अगर सामने वाले शख्स खामोश है.
तब आप ख़ामोशी से..
दूरियां बना लें.-
जब तक ना बने रक़ीब..
तब-तक ना हुएं करीब..
मोहब्बत हो या हो मंजिलें सफ़र ...☀️-
हर शख्स यहां सिर्फ अपना किरदार निभाता है..
ज़िन्दगी के हर लम्हे...
यहां केवल वक्त के हाथ में है...
सुप्रभात
🌸🌸🌸🌸🌸-
कहीं समझ ना सके.
कहीं समझा ना सके.
ताउम्र गुज़ार दिया , गैरों की तरह.
बेटियो के हिस्से में,ये शब्द पराया जाने क्यो..!-