मेरा एक प्रश्न है तुमसे
और प्रश्न है प्रेम?
यदि उत्तर तुम्हारा भी प्रेम है
तो हम पूर्ण हो जाएंगे
उत्तर यदि मौन है
प्रेम तब भी निभाएंगे
समर्पण तब भी होगा
किन्तु होगा एकपक्षीय
एकांगी!
प्रेम निस्संदेह होगा
और तुम्हारे मौन का सम्मान भी
एक कहानी का अंत होगा
नई कहानी के आगाज़ के लिये
प्रेम नतमस्तक है
मौन के मान के लिये...-
Amateur Writer✍️✍️
Full of hopes
I like all the shades of life
No matter i... read more
अपने प्रेम को
ख़ुशी-ख़ुशी जाने देना
सत्य हो सकता है
किन्तु कोई कहे
कि हमने उसे भुला दिया
विश्वास कीजिये
इससे बड़ा झूठ कोई नहीं-
वो इश्क़ हमसे खोया न गया
जो इश्क़ हमको मिला नहीं
सागर में रहकर प्यासे रहे
ख़ैर छोड़ो! कोई गिला नहीं-
तिरा इंतिज़ार ही अब जीने का सबब है
इक उम्र भी गुज़र जाए तो कोई ग़म नहीं-
उन जैसे बहुत आए, उन से बेहतर भी
चाहिये तो बस वो थे, उनके जैसा नहीं-
बटोर कर सम्पूर्ण स्वप्न
रख लूँ एक गठरी में
और चल पडूँ
एक अज्ञात यात्रा पर
जहाँ पर्वत हों नदियाँ हों
पुष्प हों कलियाँ हों
घनघोर एकांत हो
मन विचलित से शांत हो
तुम्हारी स्मृति ना लेशमात्र हो
स्वयं का आभास हो
तब जीवन होगा साकार प्रिय
यही अंतर्मन का नाद प्रिय-
कुछ पन्नों में सिमट जाती तो लिख भी देते
हर दिन एक नई किताब सी है ज़िन्दगी
क्या लिखें क्या छोड़ें हिसाब सी है ज़िन्दगी-
ज़ख़्म परायों के दिये हो तो भर जाते हैं
अपनों की खरोंच ही ख़ंजर सी चुभती है-
मुझे सारे आसमान की ख़्वाहिश थी
तुमने मेरे हिस्से की ज़मीं भी छीन ली-