आज के डेट में लोगों से कम मुलाकात करो
कम बात होगी, उनके बारे में कम जानो, कम
सोचो, और इज्जत उतनी ही दो जितना सामने
वाला बर्दास्त कर पाए, otherwisw वो सर
पर बैठ कर नाचने लगेगा, जिंदगी का सिंपल सा
फंडा है, जो हरेक इंशान को अपनाना चाहिए...-
Self - improvement content
Poetry & shayri
Health, mental fitness... read more
मोहल्ले के दो चार लौंडे तारीफ क्या करने
लगे खुद को एलिजाबेथ समझ रहीं हो क्या ?
दिमाग खराब हो गया है तेरा जो भूखे
भेड़ियों को आशिक समझ रही हो,
और एक बात याद रखना जब तक
तेरे पास हुस्न की अदा है, हर हुस्न का
भूखा लौंडा तुझपे फिदा है...-
अपने आप को ऐसा बनाओ आपको ना
किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत
ना पड़े, मुझे प्यार दो इज्जत दो, ये दो, वो
दो, घंटा दो, टाइम दो, कॉल रिसीव करो,
मैसेज का रिप्लाई करो, ये करो, वो करो,
थोड़ी सी maturity लाओ life में,
कोई ब्लॉक करे unblock कड़े,
फर्क नहीं पड़ना चाहिए साला,
कोई मैसेज का रिप्लाई कड़े ना कड़े
भाड़ में जाए....
Go to hell...-
जब लौंडे के कानों को लड़की की
आवाज से ज्यादा गाड़ी के साइलेंसर
की आवाज सुकून देने लग जाए,
तो समझ लेना उसके अंदर का आशिक
तो मर चुका है और राइडर की entry
हो चुकी है..-
इज्जत ना हो तो रिश्ता कैसा,
वह हर रिश्ता तोड़ देता है,
मर्द अगर जिद पे आ जाए तो
इश्क क्या बादशाह तक छोड़
देता है...-
ऐसे मौके बहुत कम आते है जब
पूरा परिवार एक साथ एक जगह
एकजुट होते हैं, ऐसा ही मौका हमारी
झोली में डालता है एक महापर्व,
ऐसे तो छठ पूजा बहुत चीजों के लिए
है खास, पर इसी बहाने हमारे अपने
हमारी करीबी आते है हमारे पास...-
बदले नहीं हैं साहब बस
खुद को update कर
लिए है, अब यही है मेरा
नया वर्जन ( version )
आपको पसंद आए तो
अच्छा, ना पसंद आए तो
अच्छा..-
देख bro मेरा मानना है कि
लौंडा इश्क में चूतिया नहीं बनता
वो बनने का acting करता है,
ताकि सामने वाली को बुरा ना लगे,
वरना जो लौंडा बाइक को हिला के
ये बता देता है की टंकी में इतनी
पेट्रोल है, और यहां तक जायेगी,
वो चूतिया कैसे बन सकता है...-
धोखा और मौका जिंदगी में एक
बार मिल जाए enough हैं,
ज्यादा experience लेने की
जरूरत नहीं हैं, आपको सामने
वाले को बेरुखी देखकर इतना
पता लगा लो कि X की entry
होने वाली है या फिर next की...-
कमाल के लोग रहते है इस जमाने में
जब जरुरत ना हो तो कोई काम हो तो
बताना, और जब जरूरत पड़ जाए तो
हर बात पे बहाना, अब हमने ना उम्मीद
रखना छोड़ दिया, ऐसे सारे रिश्तों को दूर
से नमस्ते करते है...-