सुनो ,हमारे यहां डेट, इश्क ,
प्यार ,मोहब्बत ,इनकार,
इकरार, बेवफाई, बेकरारी...
ये सब नहीं चलते,
सीधे शादियां रचाई जाती है l-
कुछ खुद की तो कुछ आपके दिल की जज़्बात लिखती हूँ ॥
थोड़ा प्यार ,थोड़ा दर्... read more
किसी चीज को आप पूरी शिद्दत से चाहो
और अगर वो ना मिले तो
आदमी को जिंदा लाश बनते
ज्यादा समय नहीं लगता है!!
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जिंदगी जीने और काटने में फर्क होता है
कुछ ही लोग जीते पाते हैं और
बहुतों को काटनी पडती है!!-
उनकी छवि दिल में कुछ ऐसी छपी है
कि देख लूं हजारों
पर उनके अलावा कोई भाता ही नहीं है!!-
पता नहीं क्यों....
जिंदगी को जितना समेटने की कोशिश कर रहे हैं
वो उतना ही बिखरती जा रही है....-
ना मैं मीरा सी भक्त हूँ
ना राधा सी परम सखी
एक तुच्छ सी नारी
जो सिर्फ तेरी ही दीवानी !!-
इतना बढ़ गया है कि
पैर लड़खड़ा रहे हैं ,
हिम्मत साथ छोड़ रही है ,
टूट कर बिखर जाऊं
इससे पहले या तो...
" जिंदगी मुझे संभाल ले,"
या फिर मुझे हमेशा-हमेशा के लिए
अपनी गोद में सुला दे।-
बहुत हुआ...
तुम्हारा ज़ुल्म और मेरा सहना
अब करना है डटकर सामना
तू भूल गया कैसे....
जिससे तेरा जन्म हुआ
वो कमजोर नहीं शक्तिशाली है
कोई दुर्गा तो, कोई मां काली है!!-
पुरूष
कई मन्नतों और दुआओं की
पैदाइश होते हैं ये पुरूष...
इनके होने के बाद एक माँ अपने बेटे की
सलामती के खातिर जीउतिया, हरछठ करती हैं॥
बहनें अपने भाई के लिए रक्षाबंधन, भाईदूज
उन्हें हर परेशानियों से सुरक्षित रखने के लिए करती हैं ॥
इतना ही नहीं
शादी के बाद पत्नी अपने पति के लम्बी उम्र के लिए
करवा चौथ, तीज, वटवृक्ष की पूजा करती हैं॥
इन्हें जीवित रहने के लिए चाहिए
चूड़ी, मंगलसूत्र, बिंदी, बिछिया ,पायल
जैसे कवच कुण्डल भी...
ये यहीं खत्म नहीं होता
जब बहू पैर छूती है तो उसे आशीर्वाद में
तुम खुश रहो की बजाय
"सदा सुहागन रहो" या "दूधो नहाओ पूतो फलो"
का आशीर्वाद दिया जाता है॥
सदा सुहागन रहो बोल कर वो अपने ही बेटे की
लम्बी उम्र की कामना करते हैं॥
शायद बडे़ नाजुक होते हैं पुरुष
तभी तो इन्हें जीवित रहने के लिए
इन सब चीजों की आवश्यकता पड़ती है॥
एक औरत
वो किसी की दुआओं और मन्नतों का फल नहीं होती हैं
एक शक्ति की तरह वो जन्म लेती हैं
और विपदाओं को पार कर जी कर भी दिखाती हैं॥
@juhishyam
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जो अक्सर कहा करते थें कि - आप भूलने वाली चीज ना हो...
अब वो फोन तो दूर , मैसेज भी नहीं करते हैं॥-