तुझसे मिल के तेरा हो रहा है
न जाने कहां ये दिल खो रहा है।-
23 SEP 2020 AT 16:06
कुछ हमारा था, जो ले गया वो
वो वक्त ही कुछ ऐसा था
के समय दे कर, खुद खो गया वो।-
23 SEP 2020 AT 16:00
ज़रा सा और समझना था
कुछ वक्त देर से ही सही
मगर जिन्दगी साथ तो देती।-
23 SEP 2020 AT 15:50
जैसे तूफान में सब थम गया
हवाएं भी छू कर गई
तो लगा मखमल ज़रा
वो शाम थी कुछ अनकही
और सुबह से वो मिल गई।-
22 SEP 2020 AT 12:35
जिस तरह चाहा था किताबों को
आज भी चाहत कुछ वैसी है।
देखे थे जो सपने बंद आंखों ने
बस सच करने की कोशिश बाकी है।-
22 SEP 2020 AT 12:11
जो सालों बाद भी
किताबों में उतना ही
खूबसूरत लगता है
जितना पहली बार था।-
3 SEP 2020 AT 20:43
I just sit and watch others
All those around me who love me make me feel happiness of fulfillment-