नई वाली सैंडल को पहनकर
पुरानी वाली को एकदम किनारा कर देने
पर एहसास हुआ ...
नए में आकर्षण है, खींचता है, लुभाता है।
सुंदर उतरन से ज्यादा नई कतरन
नया घर ,नई गाड़ी, दीवार पर नई तस्वीर
और कुछ नए रिश्ते..माँगते हैं वक्त
जरूरत से ज्यादा देखभाल।
कुछ भी हो नया.. नहीं ले पाता
वही स्थान दिल में....
पाँव के छाले से हुआ एहसास
एक नए दर्द का...
"नया" सबकुछ अच्छा नहीं होता..
लेकिन अच्छा होता है
हर नया एहसास
क्योंकि नए एहसास से बनती है....एक
नई कविता ।💐
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