तुझ से जुड़ कर भी तेरे ना हो पाएं हम
ये वो दुख है जो कभी भुलाया न जा सकेगा-
सुख हो या दुःख online छापते हैं लोग....!
दर्द की गहराई को likes में नापते हैं लोग...!!
तुझ से जुड़ कर भी तेरे ना हो पाएं हम
ये वो दुख है जो कभी भुलाया न जा सकेगा-
💞यू तो मोहब्बत के शौकीन नही थे हम,💞
💞️नजरे तुमसे मिली तो मेरे शोक बदल गए"💞-
*हल्की हल्की बेवजह सी मुस्कुराहटें.और तेरा ज़िक्र*
*देखो ना.कहीं ये मोहब्बत की आहट तो नहीं*-
तुम्हारा नाम मेरे लब पे आते आते बचा
दुकानदार ने पूछा था आप क्या लेंगे...!!-
न हाल-ए-दिल,न मंजर बदलने वाला है,
♥️
घरों में सिर्फ़ कैलेंडर बदलने वाला है...
🫥-
प्यार मैं तेरे खुश रहना चाहता हूं
साथ तुम्हारे हर पल जीना चाहता हूं-
किन लफ्जों में लिखूँ
मैं अपने इंतज़ार को,
बेजुबां है इश्क़ मेरा.
ढूंढ़ता है खामोशी से तुम्हे ।-
न जाने उनको ऐसी किया मजबूरी आगाई।
वोह मेरा message भी सीन नहीं कर रहे-
*🌺💧SωєєT ωσR∂💧🌺*
*⚄→Insaan ko Insaan Dhoka Nahi Deta...*
*⚄→Balki woh Ummeedain Dhoka Deti hai Jo wo Dushro se Rakhta hai ..*
🌺💠💦💠🌹💠💦💠🌺-