Tum apne ho to ho wrna gair ho kyo ki hamare yaha 0-1 ke bich kuchh nhi aata hai .
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आज की खुशी का कोई ठिकाना न रहा
पर याद रखना कल कोई तिरंगा
नीचे गिरा मिले तो उठा कर दिल
से लगाना और उपर लहरा देना।।-
दूर जा रहे तो जाओ पर एक बार अपना
हाथ मेरे हाथ में देते जाओ ,
रहकर भी पूरा अधूरा सा रहूँगा ,सुनो मुझे
आधा अपने साथ लेते है !!-
मंजिल जुदा है इसलिए अब कदम इस
ओर मोड़ रहा हूँ
करके आखिरी मुलाकात शायद मैं खुद
को तुझमे छोड़ रहा हूँ।।-
सफर आखिरी है तो होने दो
मैं तुझमे खो रहा हूँ , तो खोने दो
क्या कहा.........??
आँखे नम हो रही है ,आगाज
इन्ही का था इन्हें भी आज रोने दो ।।-
मंजिल जुदा है इसलिए अब कदम इस ओर मोड़ रहा हूँ
करके आखिरी मुलाकात शायद मैं खुद को तुझमे छोड़ रहा हूँ-
जो कर रहे हो क्या तुमको ही सही लगता है
जो बंधन था क्या अब तुमको नही लगता है
हुस्न का असर है कल है तो आज नही होगा
एक समय के बाद तुमसे मिलना राज नही होगा
ये खूबसूरती है मेरे मोहब्ब्त का वरना ,
सराफत से मेरा नाता पहले कभी इत्ता
गहरा नही था
था अंदर एक काला शक़्स , पर डर का
पहरा नही था
इस मोड़ तक तक आकर अब ये लगता है
की तुम्हारे साथ कास आया न होता
तुम्हारा मासूम चेहरा कास भाया न होता
तुम्हे सलामती कु दुआ कैसे दू घायल लब्जो में
सफर ये आखिरी है तुम्हे बताना चाहता हूँ
लाओ मेरा टुटा दिल लौटा दो मैं अब जाना चाहता हूँ।।-
शून्य के पहले बिंदु मे,
अंत के आखिरी सिंधु मे,
तुम हो सिर्फ तुम हो.. महादेव-
इस सवाल पे खत्म हुई तालाश दिल की,
झुमके पहनती हो क्या तुम ? बाज़ार आया हूँ-