आँखों में उसके डूबकर इश्क के समंदर में तैरना को जी करता है Ufff... बाहों की जकड़न में उसकी टूटकर सिमटने को जी करता है.. Ufff... दिन और रात हर वक़्त उसके सोमरस से भीगने को जी करता है... Ufff... Jiyaaa के जिया का वक़्त बेवक्त ना जाने सनम के साथ क्या क्या करने को जी करता है.. Uffff... कमबख्त Jiyaa
तेरे संग चाँदनी रात में हम भी बतियांगे, तेरी मीठी बातों में हम भी डूब जाएंगे देखकर चाँद को तेरे संग अपनी किस्मत पर हम भी इतरायेंगे तू हकीकत में नहीं तो क्या ख्वाब में ही तेरे संग हर रात हम बिताएंगे.. Uffff...!
कब्जा उसके इश्क का मुझ पर कुछ ऐसा हुआ.. Ufff.. हम बन कठपुतली उसके इशारों पर नाचते चले गए... Ufff... वो बिखेरता गया... हम और निखरते गए.. Uff... उसके इश्क में और डूबते गए.. Ufff...!