खाकी ये रंग नही, मेरा सम्मान है ये खाकी ही मेरी पहचान है मेरा धर्म है , मेरा कर्म है मेरा कर्ज है , मेरा फर्ज है ये रंग नहीं मेरा अभिमान है ये खाकी ही मेरी पहचान है मेरा गौरव है मेरा स्वाभिमान है ना इसमें हिंदू ना इसमें मुसलमान है मेरे खाकी में बसा पूरा हिंदुस्तान है