Jitesh Tiwari  
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Joined 18 November 2020


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Joined 18 November 2020
2 MAR AT 23:26

नही पता यहां, एक पल का
और तू कल की चिंता करता है
कल के काल में यूं फंसकर
तिल तिल कर तू मरता है

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18 FEB AT 22:09

अभी नया नया इश्क है बड़ा मजा देगा
होने दो पुराना बहुत रुलाएगा

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1 FEB AT 19:55

मैं वृक्ष बरगद सा
तुम पथिक अनजाने से
मेरी छाया में बैठकर
तुम हुए कुछ जाने पहचाने से।

तपिस धूप की हुई मद्धम
माथे का पसीना भी सूख गया
मेरी छाया और तेरी बैठक का
कैसा ये समायोजन हुआ ।

गर देखूं तो हुए पूरक
दोनो को एक दूजे का साथ मिला
मेरी तन्हाई भी सिमट गई
और तुझे भी तोहोफे में ये हाथ मिला।

जिंदगी के फंसाने अलग
और तजुर्बा भी बिलकुल जुदा
मैं हूं स्थिर सा वृक्ष प्रिये
और तू गतिमान मानस सा।

बेमेल सा हमारा रिश्ता
फिर भी बड़ा अटूट हुआ
दोनो को मिला नवजीवन
और ऐसे ही सफ़र चलता रहा ।।

मैं वृक्ष बरगद सा............!

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1 FEB AT 19:55

मैं वृक्ष बरगद सा
तुम पथिक अनजाने से
मेरी छाया में बैठकर
तुम हुए कुछ जाने पहचाने से।

तपिस धूप की हुई मद्धम
माथे का पसीना भी सूख गया
मेरी छाया और तेरी बैठक का
कैसा ये समायोजन हुआ ।

गर देखूं तो हुए पूरक
दोनो को एक दूजे का साथ मिला
मेरी तन्हाई भी सिमट गई
और तुझे भी तोहोफे में ये हाथ मिला।

जिंदगी के फंसाने अलग
और तजुर्बा भी बिलकुल जुदा
मैं हूं स्थिर सा वृक्ष प्रिये
और तू गतिमान मानस सा।

बेमेल सा हमारा रिश्ता
फिर भी बड़ा अटूट हुआ
दोनो को मिला नवजीवन
और ऐसे ही सफ़र चलता रहा ।।

मैं वृक्ष बरगद सा............!

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15 JAN AT 21:31

मैं तेरे साथ वैसा ही हूं जैसा मैं हूं
और मुझे खुशी है कि मैं ऐसा ही हूं।

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3 JAN AT 17:27

किसी से अधिक अपेक्षा रखना आपको सदैव उपेक्षित करती है।

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1 JAN AT 20:47

हर हार ने दस्तक दी
हर जीत ने मुंह फेरा
मैने अपनी जिंदगी को बखूबी समेटा
फिर भी रह गया बस नाम तेरा

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1 JAN AT 20:40

प्रतिबिंब देखा मैने तुझ मे मेरा मुझ मे तेरा
हां कुछ अलग था वो कल का सवेरा
उजला सा रोशन था वो पल भी वो शमा भी
जैसे गमों को लूट गया कोई गमों का लुटेरा

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23 DEC 2023 AT 9:58

मैं बहुत ईमानदार हूं
लेकिन अपनों की खुशी के लिए बेईमानी करता हूं
मैं बहुत शांत हूं
पर जब कोई अपना सामने होता है तो बोलता जाता हूं
मैं बहुत कठोर हूं
पर जब कोई अपना सामने हो तो पिघल जाता हूं
मैं इंसान हूं
इसलिए मैं सिवाय इसके कर भी क्या सकता हूं

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20 DEC 2023 AT 23:03

मैने अपनी जिंदगी इतनी सस्ती कर दी
कि भिखारी ने भी नीलम कर दी

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