jitendra singh chandrawat   (jscquote)
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Joined 24 March 2021


Joined 24 March 2021
9 MAY 2021 AT 10:21

छू लो मुझे एक खूबसूरत राग की तरह । छू लो मुझे... रूह को जो छू जाए, तुम कभी भूलना नहीं !

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27 APR 2021 AT 10:27

मेरे गिरने में मेरी हार नही
मे आदमी हु अवतार नही,
गिर गिर कर इतना गिर चुका हू
की मुझसे ज्यादा पशु तो असुर सवार नही,
अपनो को कष्ट पहुंचाने में,
कोई कसर रख पाता नही,
जो नजदीक बुलाए तो जाता नही और दूर चले जाए तो सुहाता नही।
मेरे जितने में तो हार ही है,
इतना गिर गया की जीत पाता नही

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23 APR 2021 AT 9:15

शब्दों की शक्ति अपार होती है,
शब्द स्वयं और दूसरो के विचार भी बदल देते हैं।
सेवा किसी गरीब की, की जाए तो सेवाभाव,
अमीर की, की जाए तो चाटुकारिता कहलाती है।

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12 APR 2021 AT 15:34

जब से लॉक डाउन लगा है,
पहली मोहब्बत फिर से याद ताजा कर रही है।
कोरोनो की तरह मेरा जीवन बर्बाद जो कर गई है।

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11 APR 2021 AT 19:01

हर आहट पर तुम्ही हो,
क्या तुम्ही हर सांस की आहट हो

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10 APR 2021 AT 17:05

दोस्ती की परख तहख़ानों में हुआ करती है।
मयखानों में तो सभी दोस्त हुआ करते हैं॥

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8 APR 2021 AT 21:31

पांव टिकते नहीं जमीन पर,
वो उड़ी जा रही है पवन की तरह,
भाईयो की न रहेगी कमी कभी,
पहले बहन की तरह रहना तो सीख ले।।

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7 APR 2021 AT 7:41

सीने पर दो सुराही , पैमाना जेरेए नाफ,
पीने का मजा तो तब है साकी,
जब दोनो दरखत कंधो पर रखे हो।

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6 APR 2021 AT 12:11

आओ आपको सुनाता हु फ़साना झूठ का,
गर अगर आगे निकलना ले सहारा जूठ का,
तूने अगर पकड़ा हे किसी के जूठ को,
फिर देख केसे बनाता है वो फ़साना झूठ का,

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5 APR 2021 AT 9:52

जब आप पूरी मेहनत करते हैं जितना कि आप कर सकते हैं,
लेकिन हमेशा भाग्य और कुछ मूर्खतापूर्ण लोग आपके अनुकूल नहीं होते है ।

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