विरह सही अब तेरे लिए कान्हा,
तुम्हारी खुशी के लिए इतना करना तो बनता था,,
तुमको निभाने थे सारे नाते मुझे छोड़कर,
अब इस कर्म में तुम्हारा साथ देना तो बनता था..
कैसे कहूं कि तुम बेवफा हो सबसे,
तुम्हारा मुझे एक पल याद करना तो बनता था,,
छोड़ गए मुझे मुख मोड़ अब तुम,
ये तेरा सबसे दिल लगाना तो बनता था...
जानती हूं तुम एक मेरे नही सबके थे पर,
मुझे एकपल के लिए थोड़ा याद करना तो बनता था,,
जानती हूं तुम नही लौटोगे फिर उस यमुना तीर,
पर फिर भी ये मेरा इंतजार करना तो बनता था...
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