ये बात जरा उस वक्त की है जनाब जब वो हमारे हुआ करते थे।
नां गम था नां tension बस नजारे हुआ करते थे।
एक मेला सा लगा रहता था चारो और जब साथ 4यार प्यारे हुआ करते थे।
चाहे लाख़ कोशिशें कर लूं अब वो दिन आयेंगे नहीं
जो जो बसे हैं इस ज़हन में उनके ख्याल ज़हन से कभी जायेंगे नहीं।
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