2 NOV 2019 AT 8:57

भजन संहिता 103:14-17 [ पवित्र बाइबल ]
क्योंकि वह हमारी सृष्टि जानता है; और उसको स्मरण रहता है कि मनुष्य मिट्टी ही है॥
मनुष्य की आयु घास के समान होती है, वह मैदान के फूल की नाईं फूलता है,
जो पवन लगते ही ठहर नहीं सकता, और न वह अपने स्थान में फिर मिलता है।
परन्तु यहोवा की करूणा उसके डरवैयों पर युग युग, और उसका धर्म उनके नाती- पोतों पर भी प्रगट होता रहता है,

- जीवन जल, SHALOM RCM WWQ