वो किताबों में दर्ज़ था ही नहीं,
जो सबक सिखाया ज़िंदगी ने।।-
jigyasa herau(pandit )
(Jigyasa herau)
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Joined 8 January 2020
19 JUN 2022 AT 15:09
18 JUN 2022 AT 5:56
क्षण प्रतिक्षण घटता है ये जीवन
फिर भी इसमें सुख दुख का डेरा तो लगा रहेगा।-
10 JUN 2022 AT 15:14
कृष्ण है मुझमें
मैं कृष्ण में बसी हूं,
उस गिरधर की
मनभावन हसीं पे फसी हूं।।-
23 MAR 2022 AT 21:54
कुछ यूं सुनी हमने,
की मौन हो गए हम
पर मन ना थका,
रुक गए हम
पर मन ना रुका।-
21 MAR 2022 AT 6:20
कोरा सा वो कागज़ आज भरने लगा है
कुछ उम्मीदों से या फिर कुछ ख्वाहिशों से खिलने लगा है,
फिर बात चाहे किताब की हो या ज़िंदगी की
हर पन्ना चमकने लगा है,
इसीलिए कहते है ना
राह छूटे चाहे चाह छूटे
पर ज़िंदगी से आशाएं ना टूटे।।-
13 MAR 2022 AT 9:04
और कह रही है की
ए इंसान! तू तो जीवन की उन परेशानियों से थककर अभी तक सोया है,
या तो मेरा समय छोटा है
या तेरी परेशानियां बड़ी
पर मुझे तो जाना पड़ेगा क्योंकि
मेरा सवेरा आया है
और तेरे लिए एक नई उम्मीद भी तो लाया है।।-
12 MAR 2022 AT 17:15
1. No one live forever with you.
2. You are the only person who can solve your problem.-